सेवा संघर्ष सामाजिक सुधार और शहादत बिरसा को भगवान बनाया- अविनाश देव
सेवा संघर्ष सामाजिक सुधार और शहादत बिरसा को भगवान बनाया। अविनाश देव
मेदिनीनगर। आज पूरा देश अकीदत से भगवान बिरसा के सामने नतमस्तक है। ब्रिटिश औपनिवेशिक से जब वे गुरिल्ला युद्ध लड़ रहे थे तब अपनो ने ही पांच सौ रूपये के लालच में सिंहभूम के जंगलों से मुखबिरी कर सोते हुए पकड़वाया था। क्या मजाल कोई सामने से वार कर गिरफ्तार कर ले वो बिजली के करंट थे भगवान बिरसा मुंडा। आदिवासी अधिकारों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ एक उलगुलान किया और 1895 में अबुआ दिशुम अबुआ राज का नारा दिया। अंग्रेज घबरा गए और पकड़ने के लिए इनाम का घोषणा कर दिया 03 मार्च को पकड़ लिए गए। चाईबासा से खूंटी होते रांची के जेल में बंद कर दिए गए और जहर देकर मौत के मुंह में धकेल दिया गया जहां 09 जून 1900 को संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। आज संत मरियम स्कूल के चेयरमैन अविनाश देव ने स्टेशन रोड मे स्थापित उनके मूर्ति पर माल्यार्पण व श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया। इन्होंने संकल्प लेते हुए कहा कि उनके बताए पद चिन्हों पर चलूंगा, जल जंगल जमीन के लिए लडूंगा। आदिम जनजाति,आदिवासी,मूलनिवासी सभी मेरे भाई है हक के सवाल पर कंधा से कंधा मिलाकर कदम ताल करूंगा और शहीदों के सपनों को पूरा करूंगा।
