मजलूम , यतीम , जरूरतमंद की सेवा ही अल्लाह की सच्ची इबादत है – मौलाना जुनैद मिस्बाही

छतरपुर, पलामू
रमज़ान के तीसरे जुम्मे में छतरपुर ख़ा टीन के जम्मा मस्ज़िद के इमाम मौलाना जुनैद मिस्बाही ने कहा कि इस पवित्र महीने में मुकम्मल एक माह रोजे रखा जाता है और अल्लाह का खूब इबादत किया जाता है साथ मे अपने दौलत का जकात और सदक़ा-ए- फितर निकालना फर्ज यानी हर हाल में जरूरी है ।इन्होंने कहा कि अल्लाल ने फरमाया(कहा) है कि ये जकात का पैसा निकाल कर जरूरतमंदों ,मजबूर,मिसकीन ,यतीमो,या जहाँ बच्चे लोग पढ़ाई करते है ये सभी के बीच पैसा को देना है ताकि वे भी इस पैसे से अपना जरूरत का चीज पूरा कर वो भी अच्छे से इस पवित्र महीना को गुजारेगा ।सदक़ा-ए- फितर बच्चा,बड़ा,बुजुर्ग, यानी घर मे जितने लोग है सभी,व्यक्तियों के लिए निकलना फर्ज है।