राम चरित मानस के अध्ययन से जीवन का कल्याण संभव: पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी

जीवन की सभी समस्याओं का समाधान है राम चरित मानस।इस धर्म ग्रंथ के अध्ययन और अनुकरण से मनुष्य जीवन का कल्याण होता है।उक्त बातें पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी ने कहा।अवसर था रेड़मा ठाकुरबाड़ी में श्री राम चरित मानस यज्ञ के 58 वें अधिवेशन के उद्घाटन समारोह का।श्री त्रिपाठी ने कहा कि मानस में वर्णन मिलता है रावण का नाश राम नीति से हुआ था इसी प्रकार रामायण के प्रसंगों में जीवन की आपाधापी में आने वाले मूल समस्याओं का समाधान छुपा हुआ है।राम चरित मानस ग्रंथ के अध्ययन से मानवीय जीवन का कल्याण सुनिश्चित होता है।उद्घाटन समारोह के क्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दीनानाथ तिवारी को यज्ञ कमेटी ने शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
उद्घाटन समारोह के पश्चात पंडित पूज्य श्री गंगोत्री तिवारी जी महाराज नें कहा की सबसे पहले रामायण भगवन शंकर ने देवी पार्वती को सुनाई थी। वहां पर उस कथा को एक कौवे ने सुना जो आगे जाकर काकभुशुण्डि बने।काक भुशुण्डि ने ये कथा ऋषियों और गरुड़ को सुनाई थी।वाल्मीकि रामायण उसके बाद लिखी गयी।उन्होंने इसी प्रसंग रामायण के कईं प्रसंग की विस्तार से व्याख्या किया।
उद्घाटन समारोह में श्री राम चरित मानस यज्ञ कमिटी के अध्यक्ष दिलीप तिवारी मिंटू नें सभी आंगुतकों का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे ग्राम के लिए गर्व की बात है 58 वर्ष से निरंतर श्री राम चरित मानस यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह में अजय तिवारी अकेला,राजकमल तिवारी,प्रेमकमल तिवारी,अजय तिवारी,सत्येन्द्र तिवारी, ब्रजमोहन तिवारी,नवीन तिवारी प्रदीप तिवारी महाकाल,चंचल तिवारी,अभिषेक तिवारी,मिकू तिवारी,अप्पू तिवारी,आलोक तिवारी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।