“हाथियों के आतंक से परेशान तिसरटेटूका के ग्रामीणों ने विधायक के नेतृत्व में जिला प्रशासन से मांगा मुआवजा”
विधायक सत्येन्द्रनाथ ने की पहल, जिला प्रशासन के समक्ष ग्रामीणों ने लगाई जान-माल की गुहार
हाथियों के आतंक से तंग आ चुके मेराल के तिसरटेटूका पंचायक के ग्रामीणों ने की मुआवजा की मांग
फोटो- ग्रामीणों के साथ भू-अर्जन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपते विधायक प्रतिनिधि विवेकानंद तिवारी
गढ़वा। मेराल प्रखंड के तिसरटेटूका पंचायत के ग्रामीणों ने हाथियों के आतंक से तंग आ चुके है। इस संबंध में ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी से मुआवजा और जान-माल की गुहार लगाई। विधायक ने मामलें में त्वरित पहल करते हुए विधायक ने अपने विधायक प्रतिनिधि विवेकानंद तिवारी के नेतृत्व में हाथियों से प्रभावित हो रहे ग्रामीणों को डीसी के समक्ष भेजा। डीसी के अनुपस्थिति में ग्रामीणों के साथ विधायक प्रतिनिधि ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी संजय कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। जिसमें ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मुआवजा की मांग की है। मुआवजा को लेकर विधायक ने भी वन विभाग के अधिकारियों से बात की है। जिला प्रशासन को ग्रामीणों की ओर से दिए गए आवेदन में कहा है कि हाथियों ने विगत तीन-चार वर्ष से तिसरटेटूका पंचायत के बहेरवा, बानाजांघ, कोलोदोहर, गेरूआसोती, टेटूका कला, टेटूका खूर्द, पेंदली, जमुआ सहित अन्य गांव में भयावह स्थिति उत्पन्न कर रखा है। ग्रामीण हाथियों के डर से पूरी तरह डरे-सहमे हुए है। पिछले दिनों हाथियों ने बहेरवा निवासी रमेश परहिया को कुचलकर मार डाला है। वहीं कई ग्रामीणों का कच्चा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। एक रात में करीब ती से चार एकड़ में लगे धान का फसल को हाथियों के द्वारा बर्बाद कर दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से तत्काल मुआवजा भुगतान करने और हाथियों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। डीसी के नाम दिए गए आवेदन में पंचायत की मुखिया मनीषा देवी, लाला भुईया, विक्रम कुमार, सुखदेव भुईया, शंभू यादव, राजेश्वर राम, सीमा देवी, समुद्री देवी, फुलमतिया देवी, नेजाम अंसारी, मोहन भुईया, सुनीता देवी, बिगु साह, सुरेन्द्र राम, वीरेन्द्र भुईया सहित अन्य ग्रामीणों का नाम शामिल है।

