बालूमाथ में मुर्दा करता रहा 36 दिन काम 8532 रुपए की निकासी,

बालूमाथ में मुर्दा करता रहा 36 दिन काम 8532 रुपए की निकासी
बालूमाथ ।बालूमाथ प्रखंड में मनरेगा में अनियमितता की बात पहले सुनी गई थी लेकिन मरे हुए मुर्दे को भी बालूमाथ में मनरेगा की योजना में काम दिया जाता है ।और उसके बदले उसे मजदूरी भी दी जाती है ।ऐसा घटना बालूमाथ प्रखंड के गणेशपुर ग्राम में होने का मामला प्रकाश में आया है। गणेशपुर ग्राम निवासी अमरेश सिंह का पुत्र रामजय सिंह की मृत्यु 11 सितंबर 2022 को हो गई थी उसके बाद मनरेगा के बिचौलियों ने उससे 36 दिनों तक काम कराया और उसके बदले पधाकारियो ने उसे 8532 रुपये मजदूरी भी दे दी ।जिन योजना में मजदूरी दी गई उसमें 27 अक्टूबर 2022 को ग्राम गणेशपुर में आशा देवी के जमीन पर ट्रेंच निर्माण की योजना में 6 दिन का डिमांड लगाया गया और फर्जी मजदूरी कराकर 1422 रुपए की निकासी कर ली गई। जबकि उक्त योजना जमीन पर उपलब्ध भी ही नहीं है।यही नही बिचौलियों ने पंचायत सेवक,रोजगार सेवक एवम् मुखिया की मिलीभगत से 6 दिसंबर 2022 को अवंती देवी के जमीन पर टीसीभी निर्माण के नाम पर 6 दिन का मजदूरी दिखाते हुए 1422 रुपए की निकासी ,20 दिसंबर 2022 को इसी ग्राम में गोपी महतो के जमीन पर टीसीभी निर्माण के नाम पर 6 दिन का मजदूरी दिखाते हुए 1422 रुपए की निकासी ,27 दिसंबर 2022 को विनोद सिंह के जमीन पर टीसी भी निर्माण कार्य का डिमांड पुनः मृत राम जय सिंह के नाम पर लगाया गया और 6 दिन की मजदूरी दिखाकर 1422 रुपए की निकासी गई । 4 जनवरी 2023 को गोपी महतो के जमीन पर टीसीसी निर्माण के नाम पर दूसरी बार डिमांड लगाकर 6 दिन की मजदूरी को दिखाते हुए 1422 रुपए की निकासी की गई। जबकि 11 जनवरी 2022 को ग्राम गणेशपुर में मैत्री देवी के जमीन पर टीसीभी निर्माण कार्य को दिखाते हुए 6 दिन का डिमांड लगाया और 1422 रुपए की निकासी कर लिया गया। इस तरह कुल पांच योजनाओं में एक-एक बार एवं एक योजना में दो बार की राशि कुल 8532 रुपए की निकासी कर ली गई है ।और राम जय सिंह जॉब कार्ड का आईडी 1 फरवरी 2023 को डिलीट कर दिया गया ।उपरोक्त मनरेगा योजना में मेठ के रूप में रामदेव सिंह का आधार लगा हुआ है। जबकि उक्त योजना के निकासी में पंचायत सेवक का हस्ताक्षर मौजूद होता है। वही मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने में भी वहीं पंचायत सेवक की स्वीकृति मिलने के बाद प्रमाण पत्र निर्गत की गई है।जो जांच का विषय है। इधर ग्रामीणों ने बताया कि उक्त सभी योजना में से अधिकांश कागज पर ही दिखा कर फर्जी निकासी कर ली गई है। इस संबंध में पंचायत सेवक अरविंद कुमार से पूछे जाने पर कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है इसलिए मैं कुछ नहीं कह पाऊंगा। वही बालूमाथ बीडीओ सोमा उरांव ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी दोषी पाए जाने पर विधिशमत कार्रवाई की जाएगी।