कर्पूरी ठाकुर की 101वीं जयंती पर बेरोजगार संघर्ष मोर्चा में श्रद्धांजलि सभा आयोजित

बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में भारत रत्न जननायक पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की 101 वीं जयंती मनाई गई कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने की संचालन संजय कुमार ने किया सर्व प्रथम कर्पूरी ठाकुर के तस्वीर पर फूल माला चढ़ा कर कार्यकर्म की शुरुआत की गई
मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर सामाजिक समरसता के प्रतीक थे सामाजिक न्याय के लिए लंबे समय तक संघर्ष किए यही कारण है कि समझा के सबसे पिछड़ा वर्ग आगे बढ़ रहा है कर्पूरी ठाकुर पूरे उतर भारत के दलितों पिछड़ों एवं अल्प संख्यकों को जगाने का काम किए 1947 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग ले कर आजादी के लड़ाई में अंग्रेजों के विरुद्ध छक्के छुड़ाए जब वे एकीकृत बिहार के मुख्यमंत्री बने तो कई कम किए 5 एकड़ से कम जमीन वाले छोटे किसानों के मालगुजरी माफ़ कर दिए इसके अलावे समाज के सबसे पिछड़ा वर्ग को मुख्यधारा में लाने के लिए 26% आरक्षण दिए बाद में मंडल आयोग का गठन किया गया उन्होंने शिक्षा को सरल बनाने के लिए कई काम किए कर्पूरी ठाकुर ने आर्थिक सामाजिक राजनीति के क्षेत्र में काफी बदलाव किया आज गांधी लोहिया अंबेडकर के बाद किसी का नाम आता है तो वह कर्पूरी ठाकुर का नाम आता है मनोज ठाकुर ने कर्पूरी ठाकुर के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 ईस्वी को हुआ था वे सामाजिक न्याय के लिए जीवन पर्यंत संघर्ष करते रहे इस अवसार पर सूरज कुमार विनय राम राहुल कुमार नवनीत कुमार उपेंद्र ठाकुर कृष्णा ठाकुर संतोष विश्वकर्मा अरुण पासवान संजय मिस्त्री ने अपने अपने विचार व्यक्त किए उपेंद्र तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया