हुसैनाबाद प्रखंड प्रमुख पर निजी स्वार्थ और मनमानी के गंभीर आरोप, पंचायत समिति सदस्य नाराज
हुसैनाबाद प्रखंड प्रमुख पर गंभीर आरोप, निजी स्वार्थ और मनमानी का खेल, पंचायत समिति सदस्य नाराज
हुसैनाबाद, पलामू: हुसैनाबाद प्रखंड में हाल ही में एक बड़ा विवाद उभरकर सामने आया है। प्रखंड प्रमुख द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी रौशन कुमार के खिलाफ की गई शिकायत ने स्थानीय प्रशासन और पंचायत समिति के सदस्यों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। अब हुसैनाबाद के कुल 27 पंचायत समिति के सदस्यों में से 11 सदस्यों ने इस शिकायत को राजनीति से प्रेरित और मनमानी का परिणाम मान रहे हैं। इन सदस्यों ने जिले के उपविकास आयुक्त को प्रमुख राजकुमारी देवी की उक्त मनमानी के खिलाफ शिकायत पत्र दिया है। पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में बद्री नारायण सिंह,रीता देवी,सोनमती देवी,अजित कुमार,राज कुमार पासवान, नीतू कुमारी,मानती देवी,राजन कुमार ,फूलवंती, प्रदीप पासवान एवं अभिमन्यु कुमार शामिल हैं।
आवेदन में कहा गया है कि प्रखंड प्रमुख ने आरोप लगाया है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले विकास कार्यों से संबंधित 15 संचिकाएँ प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपी थीं, जिन्हें अब तक लंबित रखा गया है। उनका दावा है कि बीडीओ की लापरवाही के कारण योजनाओं का क्रियान्वयन रुक गया है, जिससे क्षेत्र के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
हालांकि, पंचायत समिति के दूसरे गुट के सदस्यों का कहना है कि यह आरोप राजनीति से प्रेरित है और प्रखंड प्रमुख का असली उद्देश्य अपने चहेते पंचायत समिति सदस्यों को फायदा पहुंचाना है। सदस्यों का दावा है कि हुसैनाबाद प्रखंड में कुल 22 पंचायत हैं, लेकिन प्रखंड प्रमुख केवल 10-12 पंचायतों में ही विकास योजनाओं का पैसा देना चाहती हैं। वे आरोप लगाते हैं कि प्रमुख के यह प्रयास पंचायतों के बीच भेदभाव पैदा करने और अपने समर्थकों को लाभ पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं।
इसके अलावा, पत्र में अबुआ आवास योजना में गड़बड़ी का भी जिक्र किया गया है। पंचायत समिति के सदस्यों का सुझाव है कि इस योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए निगरानी समिति का गठन किया जाए। इस समिति में मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और वार्ड सदस्य को शामिल करने की मांग की गई है, ताकि लाभुकों का चयन सही ढंग से और पारदर्शी तरीके से हो सके। उनका मानना है कि इससे केवल असली जरूरतमंद लोगों को ही इस योजना का लाभ मिलेगा और गड़बड़ियों पर रोक लगेगी। पंचायत समिति के सदस्यों ने उप विकास आयुक्त, मेदिनीनगर, पलामू से आग्रह किया है कि वे इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लें और उचित कदम उठाएं। उनका कहना है कि प्रखंड प्रमुख की शिकायत राजनीति से प्रेरित है और इससे केवल प्रखंड में विकास कार्य बाधित होंगे। सदस्यों ने आग्रह किया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जाएं, ताकि योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके और सभी पंचायतों को समान रूप से विकास कार्यों का लाभ मिल सके।
इस पत्र के माध्यम से पंचायत समिति के सदस्यों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा और उचित कार्रवाई करेगा। वे चाहते हैं कि विकास कार्यों में कोई भेदभाव न हो और सभी पंचायतों को समान रूप से विकास कार्यों का लाभ मिले। सदस्यों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी के समर्थन में भी खड़े होकर कहा है कि उनकी शिकायत केवल प्रखंड प्रमुख की राजनीतिक चाल का हिस्सा है और इसका उद्देश्य विकास कार्यों में रुकावट डालना है। इस पूरे मामले ने हुसैनाबाद प्रखंड में प्रशासनिक और राजनीतिक हलचल मचा दी है। अब यह देखना बाकी है कि प्रशासन इस मामले को कैसे संभालता है और पंचायत समिति के सदस्यों की मांगों पर क्या कदम उठाए जाते हैं।
