दिशोम गुरुजी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना, अविनाश देव ने सर गंगाराम अस्पताल में जाना हालचाल
मेदिनीनगर। झामुमो के वरिष्ठ नेता और झारखंड अलग राज्य आंदोलन के प्रमुख स्तंभ दिशोम गुरुजी इन दिनों दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में जीवन और मृत्यु से जूझ रहे हैं। आईसीयू में भर्ती गुरुजी के स्वास्थ्य को लेकर पूरे राज्य में चिंता का माहौल है। इसी क्रम में झामुमो के युवा नेता सह संत मरियम स्कूल के चेयरमैन अविनाश देव ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल लिया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी भेंट की।
अविनाश देव ने प्रेस वक्तव्य में कहा कि ‘समर शेष है मां, अभी संघर्ष के राह में सलामत रहूंगा।’ उक्त वाक्य दिशोम गुरुजी ने संघर्ष के शुरुआती दिनों में अपनी मां से कहा था। जब महाजनी शोषण से त्रस्त आदिवासी समाज पलायन को विवश था, जल-जंगल-जमीन लूटी जा रही थी और पिता की हत्या हो चुकी थी, तब एक सुदूर गांव से निकलकर शिबू नामक वह गबरू युवक (गुरुजी) आदिवासी अस्मिता और झारखंड के स्वाभिमान की लड़ाई में कूद पड़ा।
उन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार से लेकर छोटानागपुर के प्रशासन तक को झकझोर दिया। कोल्हान से संथाल तक वे आदिवासी समाज के नायक बने और अलग झारखंड राज्य के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई।
अविनाश ने कहा कि आज जब गुरुजी आईसीयू में हैं, हम सभी मरांग बुरु से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करते हैं। वे झारखंड की रत्नगर्भा धरती के फौलादी सपूत हैं, जिन्होंने सिद्धू-कान्हू, बिरसा, नीलांबर-पीतांबर की परंपरा को आगे बढ़ाया है। आशा है, मौत को मात देकर वे पुनः झारखंड लौटेंगे और एक बार फिर बसंत का बिगुल फूकेंगे।
