अपने व्यवहार से सभी के चहेता बन चुके थे मनोहर कुमार
श्रीजानकी बाग पूजा समिति के सदस्य मनोहर कुमार बिंद की छत से गिरकर मृत्यु हो जाने से श्रीजानकी बाग पूजा समिति सहित पूरा नवादा गाँव शोक संतप्त है।
उनके परिवार सहित हर एक ग्रामीण इस अप्रत्याशित घटना से शोक में डूबा हुआ है।
स्वर्गीय मनोहर कुमार बिंद की दिवंगत आत्मा की शांति हेतु मंगलवार को श्रीजानकी बाग पूजा समिति के द्वारा श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गयी जिसमें समिति के सभी सदस्यों सहित उपस्थित ग्रामीणों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की सदगति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।
श्रीजानकी बाग पूजा समिति के अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह चंदेल ने कहा कि मनोहर कुमार बिंद का असमय जाना हमारे गाँव और विशेष रूप से श्रीजानकी बाग पूजा समिति के लिए अपूरणीय क्षति है।
शहर के प्रमुख व्यवसायी ज्योति प्रकाश ने बताया कि मनोहर कुमार बिंद उनके बर्तन दुकान में तकरीबन बीस वर्षों से काम कर रहे थे और परिवार के सदस्य के रूप में उनके पूरे व्यवसाय को संभाल रहे थे। अब मेरा दायित्व है कि स्वर्गीय मनोहर कुमार बिंद की पत्नी और दोनों बच्चों के भरण-पोषण की पूरी जिम्मेवारी मैं उठाऊँ। मनोहर कुमार बिंद का इस तरह अचानक चले जाना एक ऐसा सदमा दे गया जिससे निकलना अत्यंत मुश्किल है।
सदर अस्पताल गढ़वा के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. टी. पीयूष ने कहा कि अपने व्यवहार से सभी के हृदय में एक विशेष स्थान बना पाना आज के जमाने में बहुत कठिन है। लेकिन यहाँ के लोगों से मिलकर पता चला कि स्वर्गीय मनोहर कुमार बिंद ने अपने आचरण से सभी के दिलों को जीत रखा था। यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है। उनके इस आचरण का अनुकरण हम सभी को करना ही चाहिए। ईश्वर उनकी आत्मा को सद्गति प्राप्त करें यही हम कामना करते हैं।
मौके पर उपस्थित समाजसेवी डॉ. पतंजलि केशरी ने कहा कि मनोहर कुमार बिंद जैसे प्रतिभावान युवा का असमय चले जाना हम सभी को मर्माहत कर दिया है।
ग्रामीण और पूर्व वार्ड पार्षद अखिलेश बिंद ने कहा कि मनोहर गाँव के सभी लोगों के लिए परिवार के सदस्य के रूप में सबसे आगे खड़ा रहता था। वो अब हमारे बीच नहीं रहा इस बात पर यकीन नहीं हो पा रहा है। श्रीजानकी बाग पूजा समिति के संरक्षक नीरज श्रीधर 'स्वर्गीय' ने कहा कि स्वर्गीय मनोहर कुमार के व्यवहार में वो मधुरता थी जिससे सभी लोग मोहित हो जाते थे। उसकी कमी को अब कभी पूरा नहीं किया जा सकता। उसकी यादें हमेशा हमारे बीच जीवित रहेंगी।
श्रद्धांजलि देने वालों में श्यामदेव बिंद, अमोद सिन्हा, संतोष पूरी, विकाश, अरविंद मेहता, ललन बिंद, सुदामा बिंद, कमलेश बिंद, भरत, अनिरुद्ध, मोहन, सुजित, लाल बहादुर साह, ज्ञान, सूरज सहित अन्य लोग सामिल थे।