पांकी के स्तरोन्नत उच्च विद्यालय माड़न के बच्चों से प्रधानाध्यापक ने की अवैध वसूली

पांकी के स्तरोन्नत उच्च विद्यालय माड़न के बच्चों से प्रधानाध्यापक ने की अवैध वसूली
नवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं से पंजीयन एवं परीक्षा आवेदन हेतु लिए गए ₹1000 तक शुल्क
पलामू जिले के पांकी प्रखंड के स्तरोन्नत उच्च विद्यालय माड़न में अध्यनरत नवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं से पंजीयन एवं परीक्षा आवेदन हेतु विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ऋषिकेश कुमार सिंह के द्वारा मनमाने तरीके से 1000 रुपए तक वसूली करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है, प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दोनों स्तरोन्नत उच्च विद्यालय में नवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं का पंजीयन एवं परीक्षा आवेदन पत्र भरा जा रहा है, इस दौरान विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ऋषिकेश कुमार सिंह विद्यालय के अध्यक्ष मोहम्मद अख्तर हुसैन के बगैर जानकारी के अपनी मनमानी कर छात्रों के निर्धारित शुल्क 250 एवं 370 रुपए की जगह 360 एवं 450 रुपए एवं 1 दिन की अनुपस्थिति पर 10 रुपए का अतिरिक्त शुल्क जोड़कर राशि जमा ले रहे हैं , यही नहीं उन्होंने छात्र-छात्राओं को निर्धारित शुल्क की स्पष्ट जानकारी न देते हुए अपने मुताबिक शुल्क का निर्धारण भी कर रखे हैं छात्राओं का 250 रुपए शुल्क की जगह 360 रुपए एवं छात्रों का 370 रुपए की जगह 450 रुपए बताते हुए 1 दिन का अनुपस्थित जोड़कर ₹1000 तक की राशि की वसूली कर चुके हैं, इस संबंध में विद्यालय में अध्यनरत नवीं कक्षा का छात्र राहुल कुमार ने बताया कि रजिस्ट्रेशन एवं आवेदन हेतु उससे 600 रुपए लिया गया है, छात्र उमेश राम ने बताया कि शिक्षक के द्वारा उन्हें बताया गया की 450 रुपए रजिस्ट्रेशन का निर्धारित शुल्क है लेकिन वह लगातार विद्यालय में अनुपस्थित रहा जिस कारण उससे 960 रुपए लिए गए हैं,
वहीं विद्यालय की छात्रा गुलनाज खातून ने बताया कि उससे 360 रुपए लिए गए हैं व शिक्षक के द्वारा उसे रजिस्ट्रेशन का निर्धारित दर 350 रुपए बताया गया है जबकि जैक द्वारा निर्धारित शुल्क छात्राओं के लिए मात्र 250 रुपए ही है।
छात्र मनजीत कुमार ने बताया कि उससे 1000 रूपये लिए गए हैं लेकिन उसे किसी तरह का रसीद भी प्राप्त नहीं हुआ है।
छात्र निकेश कुमार ने बताया कि रजिस्ट्रेशन एवं परीक्षा आवेदन शुल्क उसे 850 रुपए लिए गए हैं 400 रू शुल्क विद्यालय में अनुपस्थित रहने का एवं 450 रुपए शुल्क रजिस्ट्रेशन एवं फॉर्म भरने का उन्हें बताया गया है।
इस संबंध में छात्र-छात्राओं के अभिभावक रमेश उरांव ने बताया कि उन्हें सूचना मिली है कि विद्यालय में परीक्षा फॉर्म भरने के बदले 800 रू लिए जा रहे हैं। अभिभावकों ने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के कारण बच्चे बड़ी मुश्किल से पढ़ पाते हैं ऐसे में बच्चे कुछ दिन विद्यालय में अनुपस्थित हो जा रहे हैं इसके बदले उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से 10रू अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है जिससे वे बेहद परेशान हैं।
इस संबंध में विद्यालय के अध्यक्ष मोहम्मद अख्तर हुसैन ने बताया कि शिक्षक के द्वारा पैसे की मनमानी वसूली की उन्हें कोई जानकारी नहीं है यदि ऐसा हो रहा है तो शिक्षक अपनी मनमानी कर रहे हैं, उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया था कि बच्चों से निर्धारित शुल्क लें और उसके बदले उन्हें रसीद भी दें लेकिन उनकी अनसुनी कर दी गई।
इस संबंध में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ऋषिकेश कुमार सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विद्यालय के अध्यक्ष की सहमति से राशि ली जा रही है।
आपको बता दें कि एक तरफ सरकार सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए न्यूनतम शुल्क लागू कर शिक्षा देने का कार्य कर रही है वहीं इसके विपरीत कुछ शिक्षक अपनी मनमानी से छात्र-छात्राओं से अवैध वसूली कर रहे हैं जिससे निर्धन छात्र-छात्राओं को परेशानियां हो रही है व इस कारण कई छात्र-छात्राएं का परीक्षा से वंचित होने का खतरा भी मंडरा रहा है। अब देखना यह होगा कि इतनी बड़ी लापरवाही पर विभाग के अधिकारियों के द्वारा क्या कार्यवाही की जा रही है