जीएन कान्वेंट स्कूल में विश्व पर्यावरण दिवस पर जागरूकता व शपथ कार्यक्रम आयोजित
पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजगता अनिवार्य।प्रकृति से जुड़ाव ही जीवन है। जीएन कान्वेंट स्कूल में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम संपन्न।
गढ़वा:–स्थानीय जीएन कान्वेंट स्कूल में पर्यावरण दिवस के मौके पर पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान सह शपथ कार्यक्रम किया गया। वृक्षारोपण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण से संबंधित उपस्थित छात्र-छात्राओं,अभिभावकों, कर्मचारियों एवं विद्यालय प्रबंधन के लोगों ने शपथ लेकर पर्यावरण के प्रति गहरा लगाव को व्यक्त किया। इस मौके पर अपने संबोधन में विद्यालय के निदेशक सह शिक्षाविद मदन केशरी ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस हमारे पर्यावरण का संरक्षण तथा संवर्धन के महत्व के बारे में जागरूक और सचेत करने के लिए हर वर्ष 5 जून को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण की मौजूदा स्थितियों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। हमारी पृथ्वी जो हमारा घर है जहां हम सभी मनुष्य,पशु- पक्षी,पौधे निवास करते हैं इसके ही संरक्षण के लिए हर साल यह दिवस मनाया जाता है जिसका मूल उद्देश्य विश्व के लोगों के भीतर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ा कर जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करना हैं। पर्यावरण प्रदूषण मानव के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है और सबसे अधिक हल करने योग्य चुनौतियों में से एक है जिसका समाधान निकालना मानव का परमदायित्व है। यदि इसका समाधान नहीं होगा तो आने वाले समय में हमें भयंकर परिणाम भुगतने होंगे। प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। हम अपने सुख-सुविधा के लिए पेट्रोलियम पदार्थों का उपयोग कर रहे हैं। प्रदूषण को बढ़ावा देने वाले पदार्थों के उपयोग प्रदूषण को चरम सीमा पर पहुंचा दिया जिसका भयानक परिणाम पृथ्वी पर जीवन की परिकल्पना करना भी असंभव हो जाएगा। आंकड़े यह बताते हैं कि वायु प्रदूषण से हर वर्ष हृदय रोग बढ़ रहा है जो हमारे जीवन को लगातार छोटा कर रहा है वहीं ग्लोबल वार्मिंग के कारण लगातार ग्लेशियर पिघल रहे हैं। समुद्र में जल का स्तर बढ़ रहा है यदि इस पर पहल नहीं हुआ तो ज्यादातर शहर जलमग्न हो जाएगा। धरती हमारी माता भी इसके शोषण और दोहन को रोकना हमारा कर्तव्य है। पर्यावरण दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य हम प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें तथा संसाधनों का उतना ही उपयोग करें जितना हमारे लिए आवश्यक है। धरती पर रहने वाले सभी जीवों की अस्मिता का आदर करें तथा पर्यावरण को संरक्षित रखने का प्रयास करें। प्रकृति जीवन का अंग है। हरी भरी पर्यावरण से ही जैव विविधता की अच्छी परिकल्पना की जा सकती है।इस अवसर पर सभी छात्रों को एक एक पेड़ लगाने के लिए आवाह्न किया गया। इस मौके पर उपप्राचार्य बी के ठाकुर, कृष्णा कुमार, ऋषभ श्रीवास्तव, अभिभावक शैलेन्द्र उपाध्याय, काव्य केशरी,गार्ड, मनती आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

