विश्व पर्यावरण दिवस पर गोपीनाथ सिंह महिला महाविद्यालय में लिया गया प्रकृति संरक्षण का संकल्प
गढ़वा:–गोपीनाथ सिंह महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस मौके पर प्राचार्या डॉ. संयुक्ता सिंह ने कहा की पर्यावरण है तभी जीवन है जिस तरह हम एक पेड़ को लगाते हैं उसी तरह हमें बचाना भी है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम छोटे-छोटे कदमों से इस दिशा में योगदान दें, जैसे:
पेड़ लगाना और उनकी देखभाल करना,
जल और बिजली की बचत करना,
प्लास्टिक का प्रयोग कम करना,
और कचरे का उचित प्रबंधन करना।
हमें यह समझना होगा कि पर्यावरण की रक्षा करना केवल सरकार या किसी संस्था का कार्य नहीं है, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। यदि प्रत्येक व्यक्ति संकल्प ले कि वह प्रकृति के साथ समरसता में जीवन बिताएगा, तो हम एक हरित, स्वच्छ और सुरक्षित धरती बना सकते हैं। कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अनीता तूफानी ने कहा पेड़-पौधे हैं तभी धरती पर जीवन संभव है प्रकृति ने हमें बहुत ही सौंदर्य प्राप्त की है प्रकृति को लोगों द्वारा इसे हमें बचाना है और सबसे आग्रह किया की आज के समय में पर्यावरण प्रदूषण, वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन, प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग, और जैव विविधता का नाश जैसे गंभीर संकट मानवता के सामने खड़े हैं। यदि हम अब भी सचेत नहीं हुए, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ पृथ्वी छोड़ पाना कठिन हो जाएगा। इस प्रोग्राम में उपस्थित रहे डॉ अर्चना कुमारी ,प्रोफेसर एसएन रॉय , प्रो सुनील पाल, प्रो विभा कुमारी, प्रो मनोरमा कुमारी, प्रो रंभा पाल, प्रो सुमेधा कुमारी, प्रो गुलशन आरा, गौतम सिंह, मुकेश कुमार, निर्वंती देवी अधिक से अधिक संख्या में छात्राएं उपस्थित रही।

