“गढ़वा में छत्रपति शिवाजी मैदान पर अवैध कब्जे का आरोप, बजरंग दल ने कहा– होगी शिवचर्चा और अखंड कीर्तन”
गढ़वा:–गढ़वा जिला धर्म रक्षा वाहिनी,बजरंग दल के बैनर तल्ले रमेश कुमार दीपक की अध्यक्षता में संयुक्त रूप से श्री कृष्ण गौशाला परिसर, गढ़वा में प्रातः 11.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस का मुख्य विषय कुछ विशेष समुदाय द्वारा गढ़वा उंचरी स्थित छत्रपति शिवाजी मैदान को कर्बला का मैदान कहा जाना तथा असामाजिक तत्वों के
सहयोग से उक्त 15 एकड़ से अधिक की भूमि पर अवैध कब्जे की नियत से गड्ढा खोदकर पिलरों का निर्माण किया जाना रहा।
लोगों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गढ़वा जिला प्रशासन से मांग की गयी की : –
- उक्त भूमि सार्वजनिक भूमि है तथा वहां संघ की शाखा लगती थी एवं शरद पूर्णिमा के दिन रात्रि में वहां हजारों की संख्या में हिन्दू समाज के लोग खेल कूद तथा प्रसाद के रूप में खीर का सेवन करते थे। वहां गाय दांड़ का मेला लगता था।
फिर वह कर्बला का मैदान कब से हो गया। - विशेष समुदाय द्वारा जब वहां नमाज पढ़ना शुरू किया तो हिन्दूओं की शिकायत पर उच्च न्यायालय द्वारा उक्त भूमि को जब्त कर लिया गया और वहां केवल एक ही दिन मोहर्रम का मेला हेतु छुट दी गई एवं बाकी दिन उक्त भूमि पर जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई तथा न्यायालय के आदेश पर अमल हेतु देख रेख के लिए गढ़वा थाना प्रभारी को न्यायालय ने रिसीवर नियुक्त किया है जो अबतक लागू है।
- उक्त भूमि की सरकारी जमीन पर स्थित कर्बला की नया चारदीवारी का कुछ वर्षों पूर्व महफूज कुरैशी के देख रेख में नव निर्माण कर कर्बला भूभाग को बड़ा कर दिया गया जो पूरी तरह से गैरकानूनी है। इस सम्बन्ध में मेरे द्वारा शिकायत करने पर गढ़वा अंचल कार्यालय में दिखावे हेतु एक केस चला जिसका नंबर है 7/19- 20 जो अब पेंडिंग में है।नया चारदीवारी निर्माण करने वाले लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई हो।
- उक्त भूमि पर पिलर का निर्माण करने वाले लोगों को अविलंब गिरफ्तार कर मुकदमा दायर किया जाए। एवं नवनिर्मित पिलर तथा चारदीवारी को ध्वस्त किया जाए।
- कुछ महीनों से उंचरी मस्जिद के लाउडस्पीकर से ऐलान कर छत्रपति शिवाजी मैदान में जनाजे की नमाज पढ़ी जा रही है, इसपर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए। तथा ये जमीन जेहाद तथा लव जिहाद में लगे लोग जो ग़लत बयानी कर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं उनपर कानूनी कार्रवाई तुरंत प्रभाव से की जाए।हमारी उपर्युक्त मांगों पर यदि अविलंब कार्रवाई नहीं की गयी तो आने वाले समय में वहां हिन्दू समाज के द्वारा अखण्ड किर्तन किया जाएगा तथा प्रत्येक सोमवार को शिवचर्चा की जायेगी, और इससे जो स्थिति उत्पन्न होगी इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
