महारानी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती पर बेरोजगार संघर्ष मोर्चा ने किया श्रद्धांजलि कार्यक्रम
बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में महारानी अहिल्या बाई होलकर की 300 वीं जयंती मनाई गई कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कि संचालन संजय कुमार ने किया सर्व प्रथम अहिल्या बाई होलकर की तस्वीर पर फूल माला चढ़ा कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा कि अहिल्या बाईं होलकर युग दृष्टा जनसेविका धर्म निष्ट लोक कल्याणकारी और सशक्त महिला शशिका थी जिनका जन्म 31 मई 1725 ईस्वी को महाराष्ट्र के जामखेड़ में हुआ था उन्होंने मालवा पर करीब 30 वर्षों तक शासन किया अपने शासन कल में उन्होंने अलग अलग स्थानों पर मंदिरों एवम घाटों का निर्माण करवाया काशी में विश्वनाथ मंदिर के पुर्ननिर्माण का श्रेय भी उन्हीं को जाता है पुष्कर से लेकर गया तक अयोध्या मथुरा से ले कर केरल तमिलनाडु तक महारानी अहिल्या बाई ने सैकडो मंदिरों एवम तीर्थ स्थलों को पुनर्जीवित किया काशी गाया सोमनाथ अयोध्या मथुरा हरिद्वार कांची द्वारिका बर्दरीनारायण रामेश्वरम जगन्नाथ पूरी का आज जो भी रूप देखते है वह अहिल्या बाई की देन है ससुर एवम पति की मौत के बाद उन्होंने 1767 से 1795 तक मालवा में शासन किया इनका शासन काल आदर्श माना जाता है मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि अहिल्या बाई होलकर संस्कृत पुनरुद्धार की प्रति मूर्ति थी उन्होंने कम उम्र में मुगलों से लड़ाई लड़ी इस अवसर पर कृष्णा राम जयपाल मोची संजय मिस्त्री उपेंद्र रजक संतोष विश्वकर्मा उमेश पासवान राजू राम राजेंद्र पाल ने अपने अपने विचार व्यक्त किए रामनरेश महतो ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

