डीलरों से जांच के नाम पर चुप्पी साधने वाले सखीचंद राम को निलंबित करने की मांग

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रबदा के भ्रष्ट डीलरों से जांच के नाम पर भारी रकम लेकर चुप्पी साधने वाले विश्रामपुर के एम०ओ० सखीचंद राम को जिला प्रशासन निलंबित करे: झारखण्ड क्रांति मंच

29 जुलाई 2024(मेदिनीनगर)
झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आज मेदिनीनगर में प्रेस बयान जारी कर कहा है कि भीषण सुखाड़ व आसन्न अकाल से जूझते जनता के हिस्से का चावल गेहूं गायब करनेवाले रबदा ग्राम के राशन चोर डीलर संजय राम व रामाधार राम के दुकानों की जांच के लिए जिला आपूर्ति पदाधिकारी पलामू द्वारा विश्रामपुर के एम०ओ० सखीचंद राम व तत्कालीन नावाबाजार एम०ओ० प्रभु राम की दो सदस्यीय जांच समिति में शामिल एम०ओ० सखीचंद राम ने अकेले ही जांच की खानापूर्ति कर दोनों भ्रष्ट डीलरों से भारी रकम लेकर उन्हें निलंबित करने के बदले इस मामले में लीपापोती का प्रयास किया है,जिसकी उच्चस्तरीय जांच कर जिला प्रशासन को शीघ्र ही विश्रामपुर के एम०ओ० सखीचंद राम को निलंबित कर देना चाहिए।
जारी बयान में उन्होंने कहा है कि नावाबाजार प्रखण्ड राशन घोटाले का हब बन चुका है, जहां जिम्मेदार पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर पलामू के भ्रष्ट सांसद व विश्रामपुर के विधायक तक इस खेल में शामिल होकर तमाशा देख रहे हैं।
बयान में उन्होंने भ्रष्ट एम०ओ० सखीचंद से पूछा है कि जब दो सदस्यीय जांच टीम को दोनों डीलरों की जांच करनी थी,तो फिर अकेले जाकर जांच के नाम पर नौटंकी कर भारी रकम तसीलने के लिए किसने अधिकृत किया?क्या ऐसे भ्रष्ट व कर्तव्यहीन बेइमान एम०ओ० सह बी०सी०ओ० को बर्खास्त कर विभागीय कार्रवाई नहीं होनी चाहिए?
ज्ञातव्य है कि विश्रामपुर के एम०ओ० सखीचंद राम द्वारा जांच के क्रम में रबदा की जनता ने दोनों डीलरों द्वारा प्रति यूनिट आधा से लेकर एक किलोग्राम की कटौती के साथ ही राशन उपभोक्ताओं के साथ भीषण दूर्व्यवहार की पुष्टि की थी, बावजूद इसके नीच प्रवृत्ति का बेइमान व लालची एम०ओ० सखीचंद राम ने दोनों डीलरों से भारी रकम लेकर मामले को दबाने का प्रयास किया,जो अत्यंत ही निंदनीय है।
गौरतलब है कि तुकबेरा के दलितों के बन्द रास्ते के साथ ही दोनों डीलरों के बर्खास्तगी समेत ज०वि०प्र० में व्याप्त भीषण भ्रष्टाचार आदि के सवाल पर झारखण्ड क्रांति मंच ने नावाबाजार प्रखण्ड मुख्यालय पर विशाल धरना-प्रदर्शन व घेराव कर मामले को उठाया था, फिर भी भ्रष्ट प्रखण्ड प्रशासन की तंद्रा नहीं टूटी।बाद में रबदा के ग्रामीणों ने उपायुक्त पलामू व जिला आपूर्ति पदाधिकारी पलामू को हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन देकर दोनों डीलरों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की , लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुआ है।
बयान में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक अध्यक्ष ने कहा है कि नावाबाजार प्रखण्ड में सिर्फ तीन महीने से अंगूठा लगवाकर राशन गायब करने का ही नहीं है, बल्कि डीलरों व एम०ओ० आदि की मिलीभगत से जनता के हिस्से का भारी मात्रा में अनाज घोटाले का है,जिसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए।

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