कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री पर ढिबरा और बालू के मुद्दे पर गलतबयानी कर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप

कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनोज सहाय पिंकू ने स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी पर ढिबरा और बालू के मुद्दे पर गलतबयानी कर जनता को बरगलाने का आरोप लगाया है।
कोडरमा संवाददाता आयुष कुमार
उन्होंने कहा कि नये कानून के तहत ढिबरा का उठाव सरकार के साथ पंजीकृत सहकारी समितियां ही कर सकती हैं। सहकारी समितियां झारखंड राज्य खनिज विकास निगम को ढिबरा देंगी। खनिज निगम ढिबरा की बिक्री नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से करेगा। इस नियम से परे हट कर ढिबरा का काम गैर कानूनी है। गैर कानूनी धंधे को रोकना प्रशासन का दायित्व है। इसीलिए अवैध ढिबरा से लदे वाहन जब्त किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सांसद केंद्र में अभ्रक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करतीं हैं। क्या वे जनता को बताएंगी कि उन्होंने मृतप्राय अभ्रक उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए क्या किया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा ढिबरा के काम को शुरू कर अभ्रक उद्योग की बेहतरी के लिए ऐतिहासिक कदम उठाने की प्रशंसा करने की जगह भाजपा नेता आलोचना करते हैं। अभी केंद्र के परमाणु ऊर्जा विभाग ने लिथियम की खोज करने के बहाने ढिबरा के काम को एक साल से रोक रखा है। सांसद महोदया को अभ्रक क्षेत्र की चिंता है तो वे परमाणु ऊर्जा विभाग की रोक हटवाने का प्रयास करें।