विश्व महावारी स्वच्छता दिवस पर तीन दिनों का जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
विश्व महावारी स्वच्छता दिवस पर तीन दिनों का जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति के निर्देशानुसार सतबरवा प्रखंड मुख्यालय सहित विभिन्न पंचायतों में मासिक धर्म स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मास्टर ट्रेनर प्रीति कुमारी द्वारा ग्रामीण महिलाओं व किशोरियों को जागरूक किया गया।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण-2 के अंतर्गत महिलाओं एवं किशोरियों को सुरक्षित मासिक धर्म प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है,रक्तस्राव स्वाभाविक है.
रक्तस्राव शुद्ध है,
रक्तस्राव कभी शर्म की बात नहीं है,रक्तस्राव कोई बोझ नहीं है,रक्तस्राव सुंदर है,
रक्तस्राव ईश्वर का अच्छा उपहार है
रक्तस्राव आशीर्वाद है
रक्तस्राव से शक्ति बढ़ती है
और जो खून बहते हैं वे शुद्ध और सुंदर आत्माएं हैं।इसलिए महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और सेनेटरी पैड के उपयोग और निपटान पर ध्यान देना चाहिए।
धार्मिक कार्य करने की आजादी सहित किसी भी चीज में रोक नहीं लगानी चाहिए। आज भी 22 प्रतिशत महिलाएं मासिक धर्म के बारे में पूरी तरह से जागरूक नहीं हैं।
कई पड़ावों से गुजरना पड़ता है. इन्हीं में से एक है पीरियड्स जो कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि इस दौरान साफ-सफाई न होने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हर साल जागरुकता फैलाने के लिए
विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। मौके दुशूलमा पंचायत की जल सहिया ममता देवी, कुमारी दीक्षा, एवं पुष्पा देवी उपस्थित थी।।
