श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी का 5 नवम्बर को मनाया जाएगा 136वां जन्मोत्सव : विजय नंदन

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श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी के अनुयायियों द्वारा जंगीपुर ग्राम स्थित सत्संग उपासना केंद्र के प्रांगण में मासिक सत्संग सह भंडारा का आयोजन किया गया.सत्संग का शुभारंभ बन्देपुरुषोतम ध्वनि,शंख ध्वनि के बीच दीप प्रज्वलित कर किया गया.इसके बाद संध्याकालीन विनती प्रार्थना, समवेत नाम जप,सत्यानु शरण ग्रंथपाठ,नारी नीति पाठ किया गया.सत्संग में धृतिसुन्दर लाल,अनिता देवी,रीना देवी ने भक्ति मूलक भजन प्रस्तुत किया.इष्टचर्चा करते हुये ऋत्विक विजय नंदन सिन्हा ने कहा कि अपने गुरु के प्रति विश्वास कर उनका आदेश पालन करते हुये ईश्वर का नाम जप करना चाहिये. ईश्वर हमसबों को अच्छे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं. उन्होंने आगामी 5 नवम्बर को श्री श्री ठाकुर जी के 136वां जन्मोत्सव में शामिल होने के लिये सभी अनुयायियों से आग्रह किया.उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में दूसरे राज्य के भी सत्संगी परिवार आयेंगे. सत्संगी शक्तिदास सिन्हा ने कहा कि निर्मल मन से किया गया कार्य सार्थक होता है.मनुष्य के रूप की सुंदरता से जगत के लोग प्रसन्न होते है,लेकिन मन निर्मल होने से जगत के नाथ अर्थात जगरन्नाथ प्रसन्न होते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान पुरुषोत्तम ही जगरन्नाथ होते है.उनकी कृपा के लिये विश्वास के साथ भक्ति करना चाहिये. याजक राजकुमार दा ने कहा कि वर्तमान पुरुषोत्तम का शरण ग्रहण करना चाहिये. ऋत्विक धृतिसुन्दर लाल ने आगामी 5 नवम्बर को आयोजित उत्सव के लिये कार्य व दायित्व का विवरण दिया. सत्संग के बाद भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने महा प्रसाद ग्रहण किया.सत्संग में बबिता सिंह,चंचला गुप्ता, सुप्रिया,प्रभा देवी,विजय,सुजय,धृतिदीप्त, अशोक गहलोत,राहुल दा,अजय दा,शंकर दा,प्रेमचंद प्रसाद,राहुल कुमार,राकेश कुमार,सियाराम पांडेय,ब्रजेश तिवारी,प्रमोद चौबे,गोविन्द रजक,संजय दा सहित बड़ी संख्या में सत्संगी उपस्थित थे.

श्री श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी का 5 नवम्बर को मनाया जाएगा 136वां जन्मोत्सव : विजय नंदन

श्री बंशीधर नगर(गढ़वा):– श्री श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी के अनुयायियों द्वारा जंगीपुर ग्राम स्थित सत्संग उपासना केंद्र के प्रांगण में मासिक सत्संग सह भंडारा का आयोजन किया गया.सत्संग का शुभारंभ बन्देपुरुषोतम ध्वनि,शंख ध्वनि के बीच दीप प्रज्वलित कर किया गया.इसके बाद संध्याकालीन विनती प्रार्थना, समवेत नाम जप,सत्यानु शरण ग्रंथपाठ,नारी नीति पाठ किया गया.सत्संग में धृतिसुन्दर लाल,अनिता देवी,रीना देवी ने भक्ति मूलक भजन प्रस्तुत किया.इष्टचर्चा करते हुये ऋत्विक विजय नंदन सिन्हा ने कहा कि अपने गुरु के प्रति विश्वास कर उनका आदेश पालन करते हुये ईश्वर का नाम जप करना चाहिये. ईश्वर हमसबों को अच्छे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं. उन्होंने आगामी 5 नवम्बर को श्री श्री ठाकुर जी के 136वां जन्मोत्सव में शामिल होने के लिये सभी अनुयायियों से आग्रह किया.उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में दूसरे राज्य के भी सत्संगी परिवार आयेंगे. सत्संगी शक्तिदास सिन्हा ने कहा कि निर्मल मन से किया गया कार्य सार्थक होता है.मनुष्य के रूप की सुंदरता से जगत के लोग प्रसन्न होते है,लेकिन मन निर्मल होने से जगत के नाथ अर्थात जगरन्नाथ प्रसन्न होते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान पुरुषोत्तम ही जगरन्नाथ होते है.उनकी कृपा के लिये विश्वास के साथ भक्ति करना चाहिये. याजक राजकुमार दा ने कहा कि वर्तमान पुरुषोत्तम का शरण ग्रहण करना चाहिये. ऋत्विक धृतिसुन्दर लाल ने आगामी 5 नवम्बर को आयोजित उत्सव के लिये कार्य व दायित्व का विवरण दिया. सत्संग के बाद भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने महा प्रसाद ग्रहण किया.सत्संग में बबिता सिंह,चंचला गुप्ता, सुप्रिया,प्रभा देवी,विजय,सुजय,धृतिदीप्त, अशोक गहलोत,राहुल दा,अजय दा,शंकर दा,प्रेमचंद प्रसाद,राहुल कुमार,राकेश कुमार,सियाराम पांडेय,ब्रजेश तिवारी,प्रमोद चौबे,गोविन्द रजक,संजय दा सहित बड़ी संख्या में सत्संगी उपस्थित थे.

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