रांची: चर्च की तर्ज पर बना डाला मां दुर्गा का पंडाल, JMM नेता की कारस्तानी से लाल-पीला VHP, बवाल जारी
रांची के रातू रोड स्थित आरआर स्पोर्टिंग क्लब द्वारा दुर्गा पूजा के लिए इटली के रोम में स्थित वेटिकन संग्रहालय की थीम पर बनाए गए भव्य पंडाल पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने X पर इस पंडाल को “धर्मांतरण का अड्डा” बताते हुए झारखंड सरकार और जेएमएम नेता विक्की यादव पर हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।*
झारखंड की राजधानी रांची के रातू रोड स्थित आरआर स्पोर्टिंग क्लब द्वारा दुर्गा पूजा के लिए बनाया गया एक भव्य पंडाल इस साल बड़े विवादों के केंद्र में आ गया है। इस पंडाल को इटली के रोम में स्थित वेटिकन संग्रहालय (Vatican Museum) की थीम पर तैयार किया गया है, जिस पर विश्व हिंदू परिषद (VHP), हिंदू जागरण मंच, जनजाति सुरक्षा मंच और अन्य हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध जताया है।
पंडाल पर बवाल
विवाद की शुरुआत तब हुई जब VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक तीखी पोस्ट साझा की। उन्होंने आरोप लगाया कि जेएमएम नेता विक्की यादव के नेतृत्व में बना यह पंडाल “धर्मांतरण का अड्डा” बन गया है। बंसल ने लिखा, “देखिए तो… हिंदुओं की आस्था, विश्वास और धार्मिक भावनाओं के साथ, झारखंड की राजधानी रांची में ही, कैसे हो रहा है सरकारी खेल… माँ दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना के लिए पूरा वेटिकन सिटी, रोम ही बसा डाला।” उन्होंने इस कृत्य को हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ और “सरकारी खेल” बताया।
हिंदू संगठनों को आपत्ति
हिंदू संगठनों का स्पष्ट मत है कि दुर्गा पूजा पंडाल को चर्च या ईसाई धार्मिक स्थल का रूप देना हिंदू आस्था और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाता है। हिंदू जागरण मंच के प्रांत संयोजक विक्रम शर्मा ने कहा है कि इस तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। अन्य कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने आयोजक विक्की यादव को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं बनी, जिसके बाद अब विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई जा रही है।
आयोजक की सफाई
वहीं, पंडाल के आयोजक आरआर स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष राहुल यादव ने विवाद पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पंडाल पूरी तरह से पर्यावरण-अनुकूल है और इसे केवल वेटिकन संग्रहालय की कलात्मक थीम पर बनाया गया है। उन्होंने दावा किया कि उनका मकसद किसी की भी धार्मिक भावनाओं को आहत करना बिल्कुल नहीं था।
चर्चा में पंडाल
यह पंडाल अपनी भव्यता के कारण पहले ही चर्चा का विषय था। आयोजकों के अनुसार, ₹85 लाख की लागत से बने इस पंडाल की लंबाई 100 फीट और चौड़ाई 45 फीट है। इसके निर्माण में 70 से 80 कारीगर लगे थे। हालांकि, इस विवाद के बाद, कई सामाजिक संगठनों ने मिलकर आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक बुलाई है।

