प्रखर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, संविधान सभा के सदस्य एवं पद्मश्री से अलंकृत डॉ. रत्नप्पा कुम्हार की जयंती व पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करें: जगन्नाथ
बोकारो:- चन्दनकियारी के आसनबनी, हटिया मैदान में डॉ. रत्नप्पा कुम्हार स्मारक समिति कि और से मंगलवार को संविधान सभा के सदस्य डॉ. रत्नप्पा कुम्हार की 27 पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. अध्यक्षता स्मारक समिति के अध्यक्ष अंकित कुम्भकार व संचालन परमानन्द कुम्भकार ने किया। वहीं स्मारक समिति के संरक्षक सह किसान नेता सह चन्दनकियारी विधानसभा के पुर्व प्रत्याशी जगन्नाथ रजवार ने कहा कि हम आजादी के 78 वें साल की दौर में गुजर रहे है. जहां देश में खेतों की किसान सड़कों पर है, भारतीय संविधान को बदलनें की कोशिशें लगातार जारी है. जिसे बचाने के लिए. स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में डॉ आंबेडकर के साथ डॉ.रत्नप्पा कुम्हार की महत्वपूर्ण योगदान को जन जन पहुंचाने की संकल्प लेने की जरूरत है. श्री रजवार ने कहा कि देश भक्त पद्मश्री डॉ.रत्नप्पा कुम्हार की जन्म 15 सितंबर 1909 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के इचलकरंजी में हुई तथा उनका निधन 23 दिसंबर 1998 को हुई. वे अपने जीवन में शिक्षा, सहकारिता तथा सामाजिक कुरीतियों को मिटाने में अभूतपूर्व योगदान दिया. डॉ रत्नप्पा ने देश की आजादी के लिए कई बार जेल गए. भारत छोड़ो आंदोलन में वे अग्रिणी भूमीका में हिस्सा लिए. जिसकी वजह से उन्हें 6 साल तक भूमिगत भी रहना पड़ा. देश की आजादी के बाद देश भक्त डॉ रत्नप्पा ने 24 जनवरी 1950 को बॉम्बे प्रांत से भारतीय संविधान सभा के सदस्य के रूप में शपथ ली और भारतीय संविधान के अंतिम मसौदे पर देश रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के साथ हस्ताक्षर कर देश को सर्वोच्च विधान दिए. मांग करते हैं कि उनके जन्म जयंती व पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित की जाय. मौके पर जेएमएम संस्थापक सदस्य दुर्गा चरण महतो, बबलु कुम्भकार, बबलु गोस्वामी, सुदाम गोस्वामी,कार्तिक कुम्भकार, प्रफुल्य कुम्मकार, संतोष कुम्भकार, दिलीप कुम्भकार, विश्वनाथ कुम्भकार, सष्टिपद कुम्भकार, गोपाल कुम्भकार, गंगाधर कुम्भकार, महावीर कुम्भकार, गणेश रजवार,भोलु कुम्भकार, अनिल कुम्भकार आदि शामिल रहे।

