“नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह बना दिखावे का मंच: आजसू छात्र संघ ने उठाए सवाल”
आजसू छात्र संघ के नेता अभिषेक राज द्वारा आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया की निलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय का तीसरा दीक्षांत समारोह केवल बनावटी चमक-दमक और झूठी उपलब्धियों पर आधारित है। इस आयोजन पर लगभग ₹79.35 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन यह रकम छात्रों के हित में नहीं बल्कि केवल दिखावे के लिए बर्बाद की जा रही है।
वास्तविकता यह है कि विश्वविद्यालय के छात्र आज भी मूलभूत शैक्षणिक सुविधाओं से वंचित हैं। परिणाम घोषित करने में महीनों की देरी, विभागों में शिक्षकों की भारी कमी, शोध और प्रयोगशालाओं का अभाव, पुस्तकालयों की बदहाल स्थिति तथा आधारभूत ढाँचे की जर्जर हालत—ये सभी विश्वविद्यालय की असली तस्वीर को उजागर करते हैं।
अब बड़ा सवाल यह है कि दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि माननीय कुलाधिपति महोदय के समक्ष कुलपति विश्वविद्यालय की कौन-सी उपलब्धियाँ गिनवाएँगे ।क्या वे बताएँगे कि हाल ही में हुई स्नातक व स्नातकोत्तर परीक्षाओं के परिणाम छात्रों को समय पर नहीं मिले, जिससे हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया? क्या वे स्वीकार करेंगे कि दर्जनों विभागों में स्थायी शिक्षकों की भारी कमी है? क्या वे दिखाएँगे कि शोध व प्रयोगशालाओं का घोर अभाव है, जिसके कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध कार्य पूरी तरह प्रभावित हो रहा है? क्या वे यह स्वीकार करेंगे कि लाखों रुपये के बजट और सरकारी मदद के बावजूद छात्रावास, पुस्तकालय और बुनियादी ढाँचे की हालत बदतर है?
आजसू छात्र संघ यह साफ़ करना चाहती है कि कुलपति वास्तविक उपलब्धियाँ गिनाने में पूरी तरह नाकाम होंगे और मंचीय बयानबाज़ी के सहारे केवल झूठी वाहवाही लूटना चाहेंगे । छात्रों की समस्याओं पर ध्यान देने की बजाय छात्रों के पैसे से महज़ दिखावे के आयोजन किए जा रहे हैं ।

