मनरेगा में रोजगार सेवक कर रहे हैं भ्रष्टाचारि, हर डोभा निर्माण योजना पर मांग रहे हैं 5 हजार रुपए रिश्वत
मनरेगा में रोजगार सेवक कर रहे हैं भ्रष्टाचारि, हर डोभा निर्माण योजना पर मांग रहे हैं 5 हजार रुपए रिश्वत
पलामू जिले के सुदूरवर्ती इलाका मनातू प्रखंड में मनरेगा विभाग में रोजगार सेवक द्वारा घोर भ्रष्टाचारी किया जा रहा है । लाभुक द्वारा बताया जा रहा है की मझौली वन पंचायत के मझौली गांव में 50/50 के दो डोभा निर्माण कार्य में लाभुक से रोजगार सेवक द्वारा छः-छःहजार रुपए योजना को चालू करने में मांग की जा रही है जानकारी के अनुसार मझौली के लाभुक बिफनी देवी के पति सुखदेव भुंईया ने बताया कि 2022-23 की योजना है जो 50/50 की डोभा निर्माण कराया गया था जीसमें एक लाख ग्यारह हजार की योजना थी जो कार्य पूर्ण होने के बाद मेरी पत्नी लाभुक बिफनी देवी को केवल ₹80000 ही रोजगार सेवक द्वारा प्राप्त हुआ है जबकि रिश्वत के रूप में नारद यादव बीफनी देवी से ₹6000 ले लिया बाकी योजना का बकाया पैसा रोजगार सेवक नारद यादव द्वारा ले लिया गया। इधर मझौली गांव के ही रोजगार सेवक नारद यादव पर गांव के ही एक महिला ललिता देवी ने आरोप लगाई है कि रोजगार सेवक द्वारा हमारा भी एक डोभा निर्माण में भ्रष्टाचारी किया गया है जो की 50/50 की एक डोभा हमें भी दिया गया था जिसमें रोजगार नारद यादव द्वारा ₹6000 योजना को चालू करने में ले लिया गया आगे ललिता देवी का कहना है कि पुणः कार्य पूर्ण होने के बाद हमें 93000 कुछ रुपए प्राप्त हुए हैं जबकि योजना 1 लाख ग्यारह हजार की थी कहा की ऐसे कई गरीब लाभुक गांव में मौजूद हैं जो रोजगार सेवक द्वारा कितने रुपए का ठगी कर लिया गया है जबकि ब्लॉक का टोटल अधिकारियों को यह बात अच्छी तरह से पता है ।
इस मामला को लेकर जब सिटी न्यूज़ की टीम मनातु प्रखंड बीपीओ मोतीलाल शर्मा के पास पहुंची तो उन्होंने इस मामला को टालमटोल करते हुए कहा कि यह 2022-23 की योजना है जिसका 80% भुगतान लाभुक को कर दिया गया है जिसके कारण योजना को जिला के आदेश द्वारा बंद कर दिया गया है उन्होंने कहा कि रोजगार सेवक और लाभुक के बीच क्या मामला है यह तो हमें नहीं पता है लेकिन लाभुक द्वारा हमारे ऊपर ₹6000 रिश्वत लेने की बातें कर रहा है वह सरासर बेबुनियाद है।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि यह मामला को कैसी तरीके से जांच कर लाभुक को न्याय दिलाया जाता है या तो फिर पैसा लेकर मामला को रफा-दफा कर दी जाती है
