माननीय कोडरमा सांसद एवं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी जी के नेतृत्व में, झारखंड राज्य की बहुप्रतीक्षित एवं अत्यंत महत्वपूर्ण भलपहाड़ी बहुउद्देशीय बांध परियोजना को लेकर नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण एवं परिणामोन्मुख बैठक संपन्न हुई। इस अवसर पर मुकेश कुमार जालान, जिला कोषाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, गिरिडीह एवं ZRUCC सदस्य (ईस्टर्न रेलवे) के साथ गिरिडीह जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स (GDCC) के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे । प्रतिनिधिमंडल ने माननीय केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से परियोजना से जुड़े विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
लगभग 45 मिनट तक चली इस बैठक में भलपहाड़ी बांध परियोजना के सभी प्रमुख पहलुओं—पेयजल आपूर्ति, कृषि सिंचाई, औद्योगिक जल उपलब्धता, जल विद्युत उत्पादन तथा क्षेत्रीय सामाजिक-आर्थिक विकास—पर गंभीर एवं तथ्यपरक विमर्श हुआ। बैठक के दौरान यह अवगत कराया गया कि यह परियोजना वर्ष 2008–09 की लागत एवं बजट अनुमान पर आधारित है, जो वर्तमान समय की आवश्यकताओं एवं महंगाई के अनुरूप नहीं है। इस पर माननीय केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने विषय को गंभीरता से सुना और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए निर्देश दिया कि परियोजना का वर्ष 2025 के अनुसार पुनरीक्षित (Redesigned) बजट एवं लागत अनुमान तैयार कर राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा जाए, ताकि आगे की प्रक्रिया को गति मिल सके।

यह बहुउद्देशीय परियोजना गिरिडीह, धनबाद एवं जामताड़ा सहित आसपास के क्षेत्रों में स्थायी पेयजल समाधान, सिंचाई सुविधाओं के विस्तार, स्थानीय उद्योगों को जल उपलब्धता, ऊर्जा उत्पादन तथा रोजगार सृजन के नए अवसर उपलब्ध कराने में निर्णायक भूमिका निभाएगी और झारखंड के समग्र विकास के लिए एक मजबूत आधार बनेगी।
इस अवसर पर मुकेश कुमार जालान ने कहा कि भलपहाड़ी बांध परियोजना झारखंड की दीर्घकालिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि माननीय अन्नपूर्णा देवी जी एवं वे स्वयं राज्य सरकार से शीघ्र संपर्क कर परियोजना से संबंधित पुनरीक्षित प्रस्ताव एवं बजट अनुमान जल्द से जल्द तैयार कर राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार को प्रेषित कराने का प्रयास करेंगे, ताकि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को समयबद्ध रूप से आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने माननीय अन्नपूर्णा देवी जी के नेतृत्व, मार्गदर्शन एवं सक्रिय सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए विश्वास जताया कि उनके संयुक्त प्रयासों से यह परियोजना शीघ्र ही धरातल पर उतरेगी और झारखंड की जनता को इसका प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा।
