लाभुकों ने बीडीओ को आवेदन देकर कार्रवाई करने का किया मांग
बालूमाथ में अबुआ आवास के नाम पर हो रहा है अवैध वसूली
लाभुकों ने बीडीओ को आवेदन देकर कार्रवाई करने का किया मांग
बालूमाथ प्रखंड क्षेत्र में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अबुआ आवास भ्रष्टाचार का भेट चढ़ता जा रहा है।जिस कारण गरीब असहाय का हक मार कर सक्षम लोगो को आवास दी जा रही है। मंगलवार को सेरेगड़ा पंचायत के चेटर ग्राम निवासी अकली देवी, सरिता देवी लखन गंझू, मीना देवी, प्रीतम गंझू, सुकी देवी, जगनी देवी, रूबी देवी ,रमेश गंझु समेत कई लोगों ने बालूमाथ बीडीओ को लिखित आवेदन देकर कहा कि चेटर ग्राम के रहने वाले स्वयंसेवक सुदेश राम हम लोगो से दस हजार रुपये का मांग किया,एवं किसी से पाँच हजार तो किसी से दस हजार तक कि अवैध राशि वसूल किया । स्वयंसेवक द्वारा और पैसे की मांग की जाने लगी । इसकी शिकायत लेकर पहुंचे अकली देवी ने बताया कि हमसे दस हजार कॉलोनी के नाम पर मांगा गया स्वयंसेवक को पाँच हजार मैंने दे दिया। और पैसे की मांग किया जा रहा है ।वहीं सरिता देवी ने कहा कि स्वयंसेवक द्वारा यह कहा गया कि आप लोगों का आवास आया है पेपर उधर-उधर करना है और बीपीएम व कई पदाधिकारी को देना पड़ता है यह कह कर 7 हजार ले लिया ।वहीं लखन गंझू ने कहा कि स्वयंसेवक द्वारा हमसे पाँच हजार लिया और पाँच हज़ार का मांग कर रहा है । लाभुकों ने एक स्वर में कहा कि पैसा की मांग करते हुए यह कहा गया कि यह पैसा ब्लॉक के बीपीएम ,पंचायत सेवक एवं बीडीओ तक पहुंचना है। तभी आप लोगों का आवास हो पाएगा नहीं तो आप लोगों का नाम सूची से काट दिया जाएगा । लाभुको ने स्वयंसेवक समेत इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है । इस सम्बंध में स्वयंसेवक सुदेश राम ने कहा कि लाभुक मेरे हाथ में पैसा नहीं दिया है अगर कहीं दिया भी होगा तो हम शाम तक सभी का पैसा लौटा देंगे। बालूमाथ बीडीओ सोमा उरांव ने कहा कि आवेदन प्राप्त हुआ है जांच कर कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो के बालूमाथ प्रखंड के सभी 13 पंचायत में शिविर लगाकर अबुआ आवास का आवेदन ली गई थी लेकिन पैसे के लेनदेन के कारण कई जरूरतमंद लोगों को सूची से नाम हटाकर सक्षम लोगों को अबुआ आवास की सूची में नाम जोड़े जाने का खेल पिछले कई दिनों से निरंतर जारी है। स्थानीय ग्रामीणों ने लातेहार उपायुक्त गरिमा सिंह से बालूमाथ प्रखंड में चयनित किए गए अबूआ आवास की सूची में पैसे की लेनदेन की जांच करने की मांग की है। व कहां है कि बीपीएम के संरक्षण में स्वयंसेवक द्वारा पैसे की उगाई धड़ले से की जा रही है। इसका विरोध पंचायत के कई मुखिया ने भी किया है।
