कवियों ने मनाया प्रोफेसर सुभाष चंद्र मिश्रा का जन्मदिन
पलामू के कवियों ने प्रख्यात शिक्षाविद् व साहित्यकार प्रोफेसर सुभाष चन्द्र मिश्र का 81 वां जन्मदिन मनाया। जन्मदिन का संयोजन प्रोफेसर मिश्र के पोते मानस मिश्रा ने उन्हें बिना बताये दिलचस्प अंदाज में किया। कुछ ही समय पहले प्रोफेसर मिश्रा को पता चला कि कविगण उनका जन्मदिन मनाने उनके घर पधार रहे हैं। शिक्षक परशुराम तिवारी ने कवि सम्मेलन का संचालन किया। कवियों व परिजनों की उपस्थिति में प्रोफेसर मिश्रा ने केक काटा। आगंतुकों ने उन्हें शाल,पुष्प गुच्छ व अनेक उपहार देकर सम्मानित किया तथा बधाई देते हुए दीर्घायु होने की कामना की। प्रोफेसर मिश्रा ने जन्मदिन पर मिले आदर व प्यार के लिए सबको धन्यवाद कहा। उन्होंने ताला,चाबी व हथौड़े की कहानी के माध्यम से बड़ा संदेश दिया। कहानी में हथौड़े ने ताला से पूछा कि तुम्हें खोलने के मुझे बहुत पीटना पड़ता है जबकि चाबी से तुरंत खुल जाते हो। ताला ने जवाब दिया कि चाबी अंतर जाकर दिल को छूती है इसलिए तुरंत खुल जाती हूं। प्रोफेसर मिश्रा ने कहा कि जब भी परिवर्तन लाना हो तो चाबी की तरह दिल को छूना जरूरी है और यह काम साहित्यकार बखूबी कर जाता है।
इसके पूर्व झारखंड रत्न वरिष्ठ कवि हरिवंश प्रभात ने अपनी मोहक प्रस्तुति के जरिए प्रोफेसर मिश्रा का अभिनन्दन किया। वहीं काष्ठ कलाकार प्रेम भसीन ने प्रोफेसर मिश्रा से अपनी मित्रता को अनमोल और उन्हें धरोहर बताया। केके मिश्रा ने कहा कि उनका सानिध्य हमारे लिए गर्व का विषय है। कवि सह लोकतंत्र सेनानी रविशंकर पाण्डेय,अनुज कुमार पाठक, रमेश सिंह, राम प्रवेश पंडित,अनुपमा तिवारी,रीना प्रेम दूबे,जया लक्ष्मी, शुभ्रा मिश्रा,आचार्य धनंजय पाठक, मनीष मिश्र ‘नंदन’,प्रियरंजन पाठक ‘समर्पण’, अंजनी दूबे, बृजेश शुक्ला,आशीष भारद्वाज, प्रेम प्रकाश दूबे,देवदीप मिश्रा, रमेश पाठक, सुमन मिश्रा,मेजर अंकित मिश्रा, विजय कुमार, रश्मि सिन्हा,विजय सिंह, हेमंत मिश्रा,मनोज कुमार,अलका मिश्रा,संजु शुक्ला, प्रीदानशु भसीन,पवन शर्मा,विश्वजीत पाठक,मनोज कुमार,गायक राम किशोर पाण्डेय व श्याम किशोर पाण्डेय,अनिमेष, विनायक शर्मा व शशिबाला ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियों से प्रोसेसर मिश्रा के जन्मोत्सव को यादगार बनाया।
