“जीएन कॉन्वेंट स्कूल में हर्षोल्लास से मनाया गया हिंदी दिवस, छात्रों ने दिखाई प्रतिभा”
हिन्दी हैं हम वतन हैं।हिंदी संस्कारों से भरी भाषा है। आइए इसका सम्मान करें। हिंदी हिंदूस्तान की पहचान व संस्कारों की भाषा है। हिन्दी हमारी भाषा ही नहीं बल्कि हमारे सभ्यता, संस्कृति और परंपरा की आत्मा है। स्थानीय जीएन कॉन्वेंट(10+2) स्कूल में राष्ट्रीय हिंदी दिवस के मौके पर विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें छात्र- छात्राओं ने बढ़चढकर भाग लिया। सारा कार्यक्रम विद्यालय के हिन्दी विभाग के सौजन्य से किया गया जिसके नोडल प्रभारी शिक्षक कृष्ण कुमार रहे। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक व शिक्षाविद मदन प्रसाद केशरी एवं उपप्राचार्य बसन्त ठाकुर द्वारा विद्या की देवी मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए विद्यालय के निदेशक ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है जहां अलग-अलग धर्म संस्कृति और भाषाएं एक साथ मिलकर एकता का उदाहरण पेश करती है। इन्हीं में से हिंदी वह भाषा है जो पूरे देश को जोड़ने का काम करती है।हर साल 14 सितंबर को पूरे देश में हिंदी दिवस पखवाड़ा मनाया जाता है।यह दिन इसलिए खास है क्योंकि 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। हिंदी भाषा अपनी
सरलता, सहजता और मधुरता के कारण लोगों को जोड़ने का कार्य करती है। यह शिष्टाचार का खजाना है। आज के समय में अंग्रेजी का प्रभाव भले ही बढ़ गया हो,लेकिन हिंदी का महत्व और लोकप्रियता कभी कम नहीं हो सकती। दुनिया भर में करोड़ों लोग हिंदी बोलते हैं और समझते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है की हिंदी हमारी राजभाषा,मातृभाषा और संस्कृति की पहचान है।इसका उद्देश्य
हिंदी भाषा का प्रचार- प्रसार करना और छात्रों व युवाओं में अपनी भाषा के प्रति गर्व और जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है। हिंदी दिवस हमें यह सिखाता है कि हमें हिंदी का सम्मान करना चाहिए व अधिक से अधिक इसका प्रयोग करना चाहिए और आने वाली पीढ़ियों तक इसकी महत्ता पहुंचानी चाहिए। इस अवसर पर छात्र छात्राओं के बीच निबंध, भाषण, पेंटिंग एवं कविता वाचन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को चयनित कर प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक विरेंद्र शाह, खुर्शीद आलम, मुकेश भारती, विकास कुमार, दिनेश कुमार,नीरा शर्मा,नीलम कुमारी, सरिता दुबे, सुनीता कुमारी, रागिनी कुमारी, शिवानी कुमारी, चंदा कुमारी,वर्षा कुमारी, अभय कुमार, ऋषभ कुमार,पूजा प्रकाश, संतोष प्रसाद आदि की भूमिका सराहनिय रही।






