एसडीएम ने अवैध शराब को लेकर दुलदुलवा के जंगलों में की औचक छापेमारी
एसडीएम ने अवैध शराब को लेकर दुलदुलवा के जंगलों में की औचक छापेमारी
दुलदुलवा के 23 लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई
अवैध शराब निर्माण पर रोकथाम को लेकर एसडीएम का एहतियाती कदम
गढ़वा। मेराल प्रखंड के दो दर्जन से अधिक लोगों पर सदर अनुमंडल दंडाधिकारी संजय कुमार ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 126 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई के लिए नोटिस भेजते हुये उन्हें हाजिर होने के लिए निर्देशित किया है। दरअसल बीते माह से सदर एसडीएम द्वारा इस गांव के अवैध शराब निर्माण कारोबारियों के विरुद्ध लगातार प्रयास किया जा रहा था, उनकी काउंसलिंग भी की जा रही है परिणाम स्वरूप इस गांव से लगभग 90% बड़े कारोबारियों ने उक्त धंधा छोड़ दिया है या फिर इस गांव को छोड़कर कहीं अन्यत्र शिफ्ट हो गए हैं। किंतु आज की औचक छापेमारी के क्रम में ज्ञात हुआ कि कुछ लोग गांव से बाहर जंगलों में अपना कारोबार चोरी छिपे शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं। मौके पर कुछ भट्ठियां भी मिलीं, एसडीएम ने इन्हें अपने सहयोगियों के साथ मौके पर नष्ट भी करवा दिया, किंतु उन्हें यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि उक्त भट्ठियां किसकी हैं। परिणाम स्वरूप एहतियात के तौर पर उन लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है जो लोग पूर्व में जांच के दौरान अवैध शराब के कारोबार में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से संलिप्त पाए गए थे। संजय कुमार ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि चूंकि अवैध शराब तमाम तरह के झगड़ा-झंझटों के साथ-साथ विधि व्यवस्था और शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है, इसलिए अवैध शराब के निर्माण में लगे यहां के लोग समाज की शांति भंग होने का कारण बन सकते हैं। इसलिए सभी पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है।
जिन लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है उनमें रामजतन गुप्ता, विजय गुप्ता, महेंद्र गुप्ता, टुनी गुप्ता, अखिलेश राम, सुरेंद्र गुप्ता, कुंडल गुप्ता, फुनी गुप्ता, चुन्नू गुप्ता, किरण गुप्ता, पंकज गुप्ता, गुलाब साव, भूरा उर्फ केदार गुप्ता, राजा गुप्ता, भोला साव, जितेंद्र साव, अरुण गुप्ता, फोल्टन गुप्ता, दीपक गुप्ता, नयन गुप्ता, वीरेंद्र गुप्ता, रमेश गुप्ता, मुकेश चंद्रवंशी शामिल हैं।

