“भगवत कथा से बही भक्ति की बयार, पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी बोले — मानव जीवन का करें सदुपयोग”
मानव योनि प्राप्त करने के लिए भगवान भी मानव रूप में अवतार लेकर अपनी लीला बिखेरे हैं। हमें मानव योनि प्राप्त हुआ है तो हम सभी को उसका सदुपयोग करना चाहिए।यह कहना है पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी का।श्री त्रिपाठी लहलहे में आयोजित सात दिवसीय भगवत कथा के प्रथम दिवस उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में बोल रहे थे।द्वीप प्रज्ज्वलित व फीता काटकर उद्घाटन करने के पश्चात श्री त्रिपाठी ने कहा कि मानव जीवन जनकल्याण हेतु समर्पित करना ही जीवन का मूल सार है। उन्होंने कहा कि आपा धापी के जीवन में गृहस्थ आश्रम की सभी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए समाज के कार्य करना भी मानवीय सरोकार है।
उद्घाटन समारोह के पश्चात स्वामी मारुति किंकर जी महाराज ने कहा कि मानव जीवन में भागवत कथा श्रवण की महिमा स्वर्ग अमृत से भी ज्यादा है। स्वामी जी महाराज ने कहा की जब राजा परीक्षित को यह पता चला सातवें दिन तक्षक नाग के द्वारा मेरी मृत्यु हो जाएगी तब उन्होंने सुखदेव ऋषि से पूछा की प्रभु बताइए मुझे यह सात दिनों में क्या करना चाहिए तब सुखदेव ऋषि द्वारा यह कहा गया की इन सात दिनों में राजन आपको भागवत महापुराण परम परम परमेश्वर की महिमा सुननी चाहिए इस कथा की शक्ति स्वर्ग के उसे अमृत से भी ज्यादा ताकतवर है क्योंकि स्वर्ग का अमृत भय देता है और भागवत महापुराण की कथा अभय देती है।किंकर जी महाराज के संगीतमय कथा से पुरे इलाके में भक्ति की बयार बह रही है। उदघाटन समारोह में सामाजिक कार्यकर्ता नवीन तिवारी,दीपक दूबे संजय त्रिपाठी, महिमा नंद तिवारी,धीरेन्द्र तिवारी,सुआ मुखिया उपाध्याय सिंह जी,कौरिया मुखिया रविंद्र सिंह,कांग्रेस सदर प्रखंड अध्यक्ष रविंद्र तिवारी,अनूप तिवारी, विनोद तिवारी,सुरेंद्र शुक्ला, अमित तिवारी,मृत्युंजय तिवारी छोटू,ब्रजेश तिवारी,आशीष तिवारी,कामाख्या सिंह,सुधीर सिंह,जे पी सिंह,राणा सिंह व बीरेंद्र सिंह सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।सभी अतिथि व स्वामी किंकर जी महाराज का स्वागत आयोजक विवेकानंद त्रिपाठी के द्वारा अंगवस्त्र व माल्यार्पण कर किया गया।इस दौरान विवेकानंद त्रिपाठी ने कहा कि भगवत कथा का श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित करें।
