भाजपा ने हेमंत का पुतला फूका।
मेदिनीनगर। झारखंड के आदिवासी समाज के लोग हुल क्रांति के वीर नायकों को देवतुल्य समझकर पूजते हैं।संथाल विद्रोह यानी हूल दिवस के दिन झारखंड सरकार की तानाशाही रवैया एवं दमनकारी नीति उजागर हुई। सोमवार को हुल दिवस के वीर नायकों सिद्धो – कान्हू,चांद, भैरव, फूलो,झानो के परिवार के सदस्यों के साथ आदिवासी समाज के लोग भोगनाडीह में पूजा-अर्चना करने जा रहे थे। राज्य की हेमंत सरकार की पुलिस ने जिस तरह बर्बरतापूर्ण कार्रवाई करते हुए उन्हें पीटा, वह न केवल अमानवीय है, बल्कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर भी एक गहरा धब्बा है। हूल क्रांति भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का पहला विद्रोह था। हुल क्रांति आजादी के दीवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया था। आदिवासी वीर नायकों ने अपनी वीरता के बदौलत अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी। अंग्रेजो की तानाशाही रवैया एवं दमनकारी नीति के खिलाफ लोहा लिया। अंग्रेजी सत्ता को उखाड़ फेंकने के लिए संथाल के आदिवासियों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। उन्होंने संथाल परगना को अपने लहू से सींचा था। झारखंड के आदिवासी वीर नायकों की वीरता और शहादत के सामने पूरा देश नतमस्तक है। लेकिन झारखंड की हेमंत सरकार अंग्रेजी हुकूमत के समान शासन कर रही है। हुल क्रांति के वीर नायकों के परिवार के सदस्यों एवं आदिवासियों की पिटाई किया जाना राज्य के आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्लान का हिस्सा है। इस घटना से झारखंड ही नहीं पूरे भारतवासियों में राज्य सरकार के प्रति आक्रोश है। जो सरकार वीर नायकों के परिवार के सदस्यों के ऊपर बर्बरता पूर्ण कार्रवाई करा सकती है,उससे राज्य की आम जनता को अच्छे व्यवहार की उम्मीद भी नहीं करना चाहिए। आदिवासियों का शुभचिंतक और हितैषी कहने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं आदिवासियों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं। राज्य सरकार के दमनकारी एवं तुष्टिकरण नीति के कारण वीर शहीदों के परिजनों को अपमानित होना पड़ा। जहां उन्हें सम्मान मिलना चाहिए था,वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारे पर पुलिस ने उनके ऊपर लाठियां बरसाई और आंसू गैस के गोले दागे। पलामू जिला भाजपा अध्यक्ष श्री अमित तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अलग झारखंड का निर्माण आदिवासी समाज की अस्मिता बचाने के लिए तथा उनकी सभ्यता संस्कृति को सुरक्षित रखने के लिए किया है। भारतीय जनता पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता अमर शहीदों, महापुरुषों को उचित मान सम्मान देते हैं और उनके परिजनों को हमेशा सम्मानित करते है। सोमवार को भोगनाडीह में जो घटना घटित हुआ और वीर नायकों के परिवारों को अपमानित करने का जो कार्य किया गया उससे पूरा झारखंड अपमानित हुआ है। भारतीय जनता पार्टी अपने शहीदों एवं उनके परिवार के सदस्यों के लिए हमेशा मुखर रहेगी। राज्य सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ भाजपा पलामू ने मंगलवार को गीता भवन से छह मुहान चौक तक विरोध मार्च निकाला गया। इसमें मुख्य रूप से शिवकुमार मिश्र, अविनाश वर्मा, प्रेमजीत कुमार सिंह, अभिमन्यु तिवारी, धर्मेंद्र उपाध्याय, विजय कुमार ठाकुर, ओम प्रकाश वीरेंद्र प्रसाद, नंदलाल गुप्ता, अशोक प्रसाद, श्रवण गुप्ता, रूपा सिंह, रीना किशोर, रेणु देवी, जितेंद्र तिवारी, मुन्ना मिश्रा, अरुण दुबे, आनंद कुमार,रणजीत सिंह, शैलेश कुमार बिट्टू, छोटू सिन्हा, परशुराम ओझा, प्रधान सक्सेना श्वेतांग गर्ग मंगल सिंह ज्योति पांडे प्रधान सक्सेना विभाकर नारायण पांडे राजहंस अग्रवाल दीपक सिंह राजकुमार बर्मन रोशन कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता एवं नेता मौजूद थे।
