अटल जी की 101वीं जयंती पर प्रथम महापौर ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर प्रथम महापौर का नमन
अटल जयंती पर प्रथम महापौर ने याद किए उनके प्रेरणादायी विचार
भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जयंती के शुभ अवसर पर आज मेदिनीनगर टाउन हॉल में भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक भव्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर की प्रथम महापौर अरुणा शंकर ने अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
सभा को संबोधित करते हुए अरुणा शंकर ने अटल जी की कालजयी पंक्तियों— “बाधाएँ आती हैं आएँ, घिरें प्रलय की घोर घटाएँ… निज हाथों में हँसते-हँसते, आग लगाकर जलना होगा, क़दम मिलाकर चलना होगा” का पाठ किया। उन्होंने कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व और उनकी ये कविताएँ हमें विपरीत परिस्थितियों में भी अडिग रहकर जनसेवा के पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
श्रीमती शंकर ने भावुक होते हुए कहा, “अटल जी मात्र एक राजनेता नहीं, बल्कि हम सभी के मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत हैं। वे सदैव हमारे हृदय में बसे रहेंगे। उनकी स्मृतियाँ और उनका आशीर्वाद ही हमारे जीवन की असली पूँजी है। उनके बताए गए राष्ट्रवाद और अंत्योदय के मार्ग पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।”
इस अवसर पर भाजपा के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता और प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे, जिन्होंने अटल जी के योगदान को याद किया।

