पर्यावरणविद ने 200 बरातियों को शॉल ओढ़ा कर किया सम्मानित, सभी को आम का पौधा देकर किया विदाई

पर्यावरणविद ने 200 बरातियों को शॉल ओढ़ा कर किया सम्मानित, सभी को आम का पौधा देकर किया विदाई कहा
आने वाले पीढ़ी को जल संकट से उबालने के लिए हो सके तो अपना धर्म के साथ-साथ पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्र को अपने कौशल
जिले के छतरपुर अनुमंडल के डाली बाजार पंचायत के आजाद नगर में गुलाम गौस पत्नी शबाना परवीन के पुत्री तारा नाज के विवाह में बिहार राज्य से औरंगाबाद के कुटुंबा थाना अंतर्गत नवाबगंज से आये 200 बारातियों को विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर्यावरण धर्म गुरु पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने सभी बारातियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया वहीं उन्हें थाईलैंड प्रजाति के बारहमासी आम का पौधा देकर विदाई किया।
उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्मावलंबियों को जन्नत का दरवाजा खुला रखना है तो उन्हें खुदा का आदेश पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि खुदा का जो इशारा है वह कुदरत की हरे रंग और धर्म के हर रंग से जुड़ा हुआ है। मक्के मदीने में रोजेका गोमज का रंग भी पिछले 1400 वर्षों से हरा है । उन्होंने यह भी कहा कि उसी अनुसार इस्लाम धर्म की पगड़ी भी हरे रंग की होती है । इतना ही नहीं उनके अखाड़े का रंग भी हरा होता है जो प्रकृति के रंग से जुड़ा हुआ है।
पर्यावरण धर्म गुरु कौशल ने कहा कि पृथ्वी पर बिना हरियाली लाये खुशहाली की कामना करना बेमानी होगा।
इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म के साथ-साथ पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्र को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना होगा। नहीं तो आने वाली पीढ़ी विकलांग हो जाएगी।
गुलाम गौस की पुत्री की शादी में शामिल उप मुखिया नगीना खातून , पूर्व उप मुखिया अफजाल अंसारी, डाली बाजार के मुखिया पूनम जायसवाल एवं उनके प्रतिनिधि जुबेर अंसारी, छतरपुर पूर्वी से जिला परिषद अमित कुमार के प्रतिनिधि सुचित कुमार जायसवाल, लड़की के दादा अमीन इदरीश, शहाबुद्दीन अंसारी, जमीरउद्दीन अंसारी, साकिम अंसारी , कर्मचारी अंसारी,शमीम अंसारी, मुंतज़िर अंसारी, मुस्ताक अंसारी, असगर अंसारी, सहित कई लोग शामिल थे।