झारखंड में जमीन माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई, सभी जिलों से मांगी गई रिपोर्ट — गिरिडीह समेत कई जिलों में सक्रिय नेटवर्क का खुलासा
झारखंड में जमीन माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई, सभी जिलों से मांगी गई रिपोर्ट — गिरिडीह समेत कई जिलों में सक्रिय नेटवर्क का खुलासा।
झारखंड पुलिस मुख्यालय ने राज्य के सभी 24 जिलों के एसपी और एसएसपी से जमीन हड़पने वाले माफियाओं की पूरी रिपोर्ट मांगी है। जनवरी 2024 से अगस्त 2025 तक के बीच दर्ज मामलों की यह रिपोर्ट झारखंड हाईकोर्ट में दाखिल किए जाने वाले शपथ पत्र का हिस्सा होगी। यह कदम हाईकोर्ट द्वारा जमीन हड़पने के बढ़ते मामलों पर स्वतः संज्ञान लेने के बाद उठाया गया है।
मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, रांची में सबसे अधिक 194 केस दर्ज हुए हैं, जबकि गिरिडीह में 55 केस और 225 आरोपी सामने आए हैं। सरायकेला में 101 केस में 357 आरोपी, गढ़वा में 58 केस में 228 आरोपी, देवघर में 51 केस में 188 आरोपी और कोडरमा में 49 केस में 263 आरोपी चिन्हित किए गए हैं। वहीं पाकुड़, हजारीबाग, धनबाद, चतरा, लातेहार और पलामू जैसे जिलों में भी कई संगठित गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
पुलिस मुख्यालय की समीक्षा में यह पाया गया है कि जमीन से जुड़े मामलों में गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे पांच प्रमुख कारण हैं — जमीन रिकॉर्ड का सत्यापन लंबित रहना, साक्ष्य संकलन में देरी, वारंट का अप्राप्त रहना, अभियुक्तों का फरार रहना और कई मामलों का दीवानी स्वरूप में बदल जाना।
पिछले वर्षों में रांची और गिरिडीह में इस कानून के तहत कई अभियुक्तों पर निरोधात्मक कार्रवाई, जिला बदर और थाना हाजिरी जैसे कदम उठाए गए थे। पुलिस अब इसी तर्ज पर राज्यभर में सख्त कदम उठाने की तैयारी में है।

