सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग होते देख भड़के ग्रामीण
सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग होते देख भड़के ग्रामीण।
धुरकी प्रखंड में मीरचैया सिवान से लेकर गनियारी कला होते हुए कोरवा टोला तक पीसीसी पथ निर्माण कार्य जिसकी प्रकालित राशि 6.75 करोड़ रूपए की लागत से निर्माण किया जा रहा है सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री उपयोग होते देख शनिवार को ग्रामीण भड़क उठे एवं विरोध में काम बंद करा कर संवेदक के प्रति विरोध जताते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी देने लगे। आपको बता दें थाना क्षेत्र अंतर्गत मिरचैया सिवान से लेकर गनियारी कला होते हुए कोरवा टोला तक पीसीसी पथ निर्माण का शिलान्यास विधायक भानु प्रताप शाही ने किया था इसके पश्चात संवेदक पंकज तिवारी कार्य प्रारंभ कराया कुछ महीने बाद संवेदक द्वारा घटिया कार्य में अनियमित बरतने के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने काम को रोका दिया वहीं संवेदक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की साथी ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी के लिए यह सड़क बन रहा है जहां आने वाले भविष्य के लिए यह सड़क बन रहा है। बताते चलें कि सड़क निर्माण में बराबर अनियमित पे जा रहे हैं फिर भी समय तक के विरुद्ध कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही है बता दें 6:45 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क लोग गुणवत्ता की सपना ही देख रहे हैं लेकिन सड़क में काफी अनियमित पाई जा रही है एक सुर में सभी ग्रामीणों ने कहा कि यदि दो दिनों के अंदर गुणवत्ता में सुधार नहीं लाई गई तो कार्य को सदा के लिए बंद कर दिया जाएगा वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी एक्सक्यूटिव इंजीनियर को बुलाने की मांग कर रहे थे।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि संवेदक के मुंशी द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को काम नहीं दिया जाता है काम मांगने पर संवेदक के मुंशी द्वारा बोला जाता है कि हम बाहर से मजदूर को ले लेंगे यदि कार्य की गुणवत्ता सुधार करने के लिए ग्रामीणों द्वारा कहा जाता है तो संवेदक व मुंशी द्वारा कहा जाता है कि आपको जहां जाना है जाइए हम अपने सिस्टम से काम करेंगे बताते चलें कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत प्रखंड धुरकी में मुख्य पद से मर्चाइया से होते हुए गनियारी कल कोरवा टोला तक लगभग 4 किलोमीटर तक पथ निर्माण कार्य का शिलान्यास स्थानीय विधायक भानु प्रताप शाही के द्वारा 13 मार्च को किया गया था ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां के गरीब दलित आदिवासी ग्रामीणों के रायती जमीन में गढ़वाल बनाया जा रहा है जबकि गढ़वाल बनाने से पहले मुआवजे की सभी ग्रामीणों ने मांग किया।
इधर संवेदक ने बताया कि इस तरह के आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप बे बुनियाद व गलत है काम की गुणवत्ता में सुधार कर दिया जाएगा। विरोध जताते हुए ग्रामीण
लक्ष्मण सिंह, रामचन्द्र सिंह, असगर अंसारी, उपेंद्र यादव, रवि कुमार पटेल,राजू पटेल, प्यारी सिंह, रामा सिंह, सीताराम सोनी, सुरेश सिंह, मनीष तुरिया, अनार देवी, कविता देवी, बीफे सिंह, देवराज सिंह, शंभू विश्वकर्मा, अजय सिंह, विश्वभर सिंह, गोपाल साह, प्रदीप तुरीया,
सभी ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सड़क निर्माण कार्य में घटिया किस्म का बालू व सीमेंट से कार्य हो रहा है जो कि यह मानक प्राक्कलन के अनुसार नहीं है। संवेदक द्वारा एस्टीमेट को एस्टीमेट के हिसाब से मैटेरियल डाला जाए। यदि कार्य की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुई तो बाध्य होकर उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।
