स्पीकर ने सुनाया फैसला TMC सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द,

स्पीकर ने सुनाया फैसला TMC सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द,
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है। क्वैश फॉर क्वेरी मामले में लोकसभा की एथिक्स कमिटी ने लोकसभा स्पीकर से महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की थी। दरअसल, शुक्रवार को महुआ के निष्कासन की सिफारिश वाली एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पर सदन में चर्चा हुई। टीएमसी सांसदों का आरोप है कि महुआ मोइत्रा को सदन में अपना पक्ष रखने नहीं दिया गया। शुक्रवार को एथिक्स कमिटी के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने सदन के पटल पर रिपोर्ट रखा। इसमें चर्चा के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई।
टीएमसी सांसदों ने लगाया कई आरोप
चर्चा के दौरान महुआ मोइत्रा के साथी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि सुनवाई को निष्पक्ष तभी कहा जाएगा जब प्रभावित व्यक्ति की बात सुनी जाए। यदि बात ही नहीं सुनी गई तो सुनवाई कैसी। उन्होंने कहा कि यह किसी व्यक्ति के अधिकार से जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि हमारा अनुरोध था कि महुआ मोइत्रा को सदन में बोलने दिया जाए। बता दें कि महुआ मोइत्रा पर पैसे और गिफ्ट लेकर सदन में सवाल पूछने का आरोप है। आरोप है कि उन्होंने लोकसभा में ऐसे सवाल पूछे जिससे कारोबारी गौतम अडानी की छवि को नुकसान पहुंचता। सबसे पहले गोड्डा से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने यह मुद्दा उठाया था।
फैसले पर लोकसभा स्पीकर ने क्या कहा
स्पीकर ओम बिड़ला ने सदस्यता रद्द करने का फैसला सुनाते हुए कहा कि सदन की मर्यादा और गरिमा बनाए रखने के लिए कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। महुआ मोइत्रा पर आरोप था कि उन्होंने अपने कारोबारी दोस्त हीरानंदानी को संसद की लॉगइन आईईडी और पासवर्ड सेयर किया था। एथिक्स कमिटी ने अपनी जांच में आरोपों को सही पाया और उनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की। इधर, सुनवाई के दौरान कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने महुआ का समर्थन किया और कहा कि उन्हें अपनी बात रखने का पूरा मौका मिलना चाहिए। कमिटी कैसे तय करेगी कि क्या सजा दी जाए। बंगाल से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पढ़ने के लिए कम से कम 4 दिन का वक्ता मांगा। कहा कि इसे समझने के लिए पर्याप्त समय चाहिए।
निशिकांत और महुआ की हुई जुबानी जंग
गौरतलब है कि इस मुद्दे पर गोड्डा से बीजेपी के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे और महुआ मोइत्रा के बीच जमकर जुबानी जंग हुई थी, वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा था कि यदि महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द की जाती है तो यह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनको मजबूत करने वाला ही काम होगा। वह और बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगी। जवाब में निशिकांत दुबे ने कहा कि दाऊद इब्राहिम आजमगढ़ से चुनाव जीत जाएगा तो क्या वह हीरो है।