समग्र एवं संतुलित व्यक्तित्व के विकास के लिए जरूरी है योगाभ्यास:– अविनाश देव

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समग्र एवं संतुलित व्यक्तित्व के विकास के लिए जरूरी है योगाभ्यास: अविनाश देव

संत मरियम विद्यालय में उत्साह के साथ मना अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

मेदिनीनगर: 10 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में पूरे धूमधाम से योग दिवस मनाया गया। दुनिया भर से योगाभ्यास के कई तस्वीर वीडियो देखने को मिली हालांकि योगाभ्यास हमें योग दिवस के ही दिन नहीं बल्कि दिनचर्या में लाना हमारे मन, मस्तिक, शरीर के लिए काफी लाभप्रद है। इसी बीच अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर नावाटोली स्थित संत मरियम आवासीय विद्यालय में भी पतंजलि योगपीठ के योग प्रशिक्षक राजीव शरण जी के नेतृत्व में योगाभ्यास किया गया। हालांकि संत मरियम आवासीय विद्यालय में प्रतिदिन छात्रवासी बच्चों को योगाभ्यास तो कराया जाता है, लिहाजा उन्हें प्रतिदिन सीमित समय के लिए ही योगाभ्यास कराया जाता है लेकिन योग दिवस के अवसर पर यह अभ्यास
शिथिलीकरण अभ्यास, ग्रीवा चालन, स्कंच संचालन, कटि, चालान, घुटना संचालन, ताड़ासन, वृक्षआसन, पादहस्तासन, आर्च चक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, बजासन, अर्थ उष्ट्रासन, उष्ट्रासन सहित योग के विभिन्न योगाभ्यास विशेष रूप से संपन्न हुआ, तथा सभी लोगों ने संकल्प लिया कि प्रतिदिन योगाभ्यास करेंगे और अपने मन मस्तिष्क को स्वस्थ रखेंगे। मौके पर विद्यालय के चेयरमैन श्री अविनाश देव ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा की समग्र एवं संतुलित व्यक्तित्व के विकास के लिए योगाभ्यास जरूरी है। यह बिना किसी लागत के तन-मन की राहत प्रदान करता है। यह तन के संयोजन व मन के परिष्करण में सहायक है। वर्तमान समय के भागदौड़ भरी जिंदगी में योग के लिए समय निकालना आवश्यक है। तमाम बंधनों वर्जनाओं को तोड़ योग आज दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहा है। भारतीय योग दर्शन के जनक महर्षि पतंजलि की ओर से इस वसुधा को प्रदत यह एक अनमोल उपहार है। स्वास्थ व सुकून के लिए इसे साल में एक दिन नहीं बल्कि हर दिन अपनाया जाना चाहिए। ताकि मन मस्तिष्क को सबल व सुदृढ़ कर जीवन के चुनौतियों, प्रतिकूलताओं तथा विषमताओं का सामना कर सके।

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