शत्रुघ्न कुमार ने मोदी पर एन०टी०ए० व यूपीएससी घोटाले को ले कर कसा तंज

मोदी के नेतृत्व में ईडी, सीबीआई,आईटी की तरह एन०टी०ए० व यूपीएससी जैसी एजेंसियों की गरिमा रसातल में: शत्रुघ्न कुमार शत्रु
22 जुलाई 2024(मेदिनीनगर)
झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आज मेदिनीनगर में प्रेस बयान जारी कर कहा है कि जब से प्रधानमंत्री मा० श्री नरेन्द्र मोदीजी देश में सत्तारूढ़ हुए हैं,तब से देश की ईडी,सीबीआई,आईटी जैसी जांच एजेंसियों के साथ ही एन०टी०ए० व यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित एजेंसियों की गरिमा रसातल में मिलती जा रही है,जो गंभीर चिंता का विषय है।
जारी बयान में उन्होंने कहा है कि देश की सर्वोच्च नौकरशाहों की जमात पैदा करनेवाली यूपीएससी जैसी एजेंसी के अध्यक्ष पद से मोदीजी के चहेते श्री मनोज सोनी का अचानक इस्तीफा कई सवालों को जन्म देता है,जिसकी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उच्चस्तरीय जांच कर पर्दाफाश होना चाहिए।
बयान में झारखण्ड क्रांति मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि महाराष्ट्र के प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर समेत बड़ी संख्या में आईआरएस , आईपीएस अधिकारियों द्वारा आय, विकलांगता, ईडब्ल्यूएस,ओबीसी आदि का फर्जी दस्तावेज तैयार कर आयोग के निर्देशों का भीषण उल्लंघन करते हुए निर्धारित मात्रा से ज्यादा बार परीक्षा में बैठकर आईएएस चयनित होना,व अनावश्यक रौब झाड़ने की घटना मोदी राज के भ्रष्ट व भगवा नौकरशाही का विभत्स रुप है,इसके लिए 2014 से लेकर आज तक यूपीएससी द्वारा चयनित सभी आईएएस व आईपीएस अधिकारियों की सम्पूर्ण न्यूक्ति व परीक्षा प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए।
बयान में उन्होंने कहा है कि जिस तरह से भाजपा शासित राज्यों में यूजी नीट परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करवाकर भगवा सत्ता ने पैरवी पुत्र/पुत्रियों को फर्जी डाक्टर बनाने का उपक्रम किया है,वह उनके कलंक कालिमा से कलुषित निकृष्ट चेहरे को प्रदर्शित करने के लिए काफी है।यह अफसोस की बात है कि केन्द्र व कई राज्यों की सत्ता में बैठे सरकारी भगवा आतंकी पूरे देश में ढोंगी,पाखंडी व महाभ्रष्ट ब्यूरोक्रेट्स, टेक्नोक्रेट्स,नकली शिक्षाविद्, पर्यावरणविद् आदि पैदा कर भारत को गारत में मिलाने का मिशन चला रहे हैं।जिस तरीके से इनके कार्यकाल में देश के हर कोने में बने बड़े-छोटे पुल जल समाधि ले रहे, हैं, उससे भी देश के ये काले अंग्रेज व गद्दार सबक नहीं ले रहे हैं,जो अतिशय निंदनीय है।