श्रीमद् भागवत कथा वाचक श्याम किशोरी जी से सिटी न्यूज़ संवाददाता विकास सिंह से खास बातचीत जानिए क्या बोली
बेरमो कोयलांचल में बह रही है भक्ति की ब्यार, ढोरी स्टाफ क्वार्टर में माँ दुर्गा एवं महाकाली प्राण प्रतिष्ठा सह श्री श्री सात दिवसीय शतचंडी महायज्ञ में वृंदावन से आयी श्रीमद्भागवत कथावाचक श्यामा किशोरी जी ने सिटी न्यूज संवाददाता विकाश सिंह से खास बातचीत के दौरान बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि विधायक जी के माध्यम से मेरा बेरमो में आना हुआ है। इसके पूर्व 2 फरवरी को ही बेरमो से गई हूं और पुनः 16 फरवरी को वापस आई हूं। कहा कि विधायक जी की माता रानी सिंह ने मुझे अपना बेटी बना ली है। पूर्व विधायक स्व राजेंद्र प्रसाद सिंह के अच्छे कर्म थे जो आज उनके पुत्र जयमंगल जी के द्वारा यह विशाल आयोजन सफल हो रहा है। यहां भक्तों का मुझे काफी सहयोग मिल रहा है। यज्ञाचार्य जगदीश जी महाराज उर्फ मारुति बाबा से मिल कर मुझे बहुत अच्छा लगा है।
बताई कि मेरा सामाजिक कार्यों के अलावा सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के रास्ते में चलने का प्रयास रहता है।
उन्होंने अपने जीवन के बारे में बतायी कि मैं राजस्थान में जयपुर के पास झुंझुनूं जिला की हूं। मेरे माता की पूजा पाठ में ज्यादा रुचि रहती थी। इसके वजह से मुझे भी बचपन से ही पूजा में ज्यादा रुचि रही है। कन्हैया जी की कृपा से आज भगवान के चरणो में हूं और करीब तीन वर्षों से वृंदावन में रह रही हूं।
कही कि रास्ते में देखा जाता है कि दुर्घटना में गौ माता चोटिल हो जाते है। उन सभी गौ माता में लिए मैं एक गौशाला बना रही हूं जो निर्माणाधीन है। प्रभु के सहयोग से वह जल्द पूर्ण हो जाएगा। साथ ही कथाओं के माध्यम से जो भी धन अर्जित होता है वो गरीब और असहाय जो कन्याएं है उन लोगों का साल में चार बार शादी करवाने का कार्य में लगाती हूं। अभी तक 60 से 70 बच्चियों की शादी करवा चुकी हूं। वृद्ध माताओं की सेवा करती हूं। साथ ही वृन्दावन में साधु संतो की सेवा करती हूं। इसमें नाश्ता, दूध, प्रसाद आदि की सेवा मैं देती हूं। कही कि बेरमो आकार मुझे काफी अच्छा लगा है। यहां के लोग कथा का रसपान काफी लगन के साथ करते है। बताई कि सोमवार को कथा का मेरा आखिरी दिन है।
