शिविर में धानरोपनी छोड़कर पहुंची महिलाएं घंटों इंतजार करने के बाद निराश होकर लौटीं घर

हुसैनाबाद के लोहबंधा गांव में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लगा शिविर
_ सर्वर डाउन व नेटवर्क समस्या रहने के कारण एक भी लाभुकों का नही हुआ आनलाइन आवेदन _
शिविर में धानरोपनी छोड़कर पहुंची महिलाएं घंटों इंतजार करने के बाद निराश होकर लौटीं घर
सर्वर डाउन की समस्या ठीक होने पर होगी पुनः शिविर आयोजित : शिवशंकर यादव
संवाददाता – मसउद आलम
हुसैनाबाद/पलामू /झारखंड-
हुसैनाबाद प्रखंड क्षेत्र के महुडंड पंचायत अंतर्गत लोहबंधा गांव में झारखंड सरकार की महत्वकांक्षी योजना झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत मंगलवार को एक विशेष शिविर आयोजित की गई।
इस विशेष शिविर में उक्त पंचायत के तीन गांव लोहबंधा, नासोजमालपुर,नइयां गांव के महिलाओं की भीड़ सुबह से ही जुटने लगी थी।
सर्वर डाउन व नेटवर्क की समस्या के कारण एक भी लाभुकों को आनलाइन आवेदन पत्र का एंट्री नही हो सका।
इस दौरान शिविर में मुखिया पति सह समाजसेवी शिवशंकर यादव व वी एल ई. कृष्णा कुमार पासवान ने शिविर में पहुंचे सभी महिलाओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि आप सभी अपना आवेदन पत्र जमा कर दें। व कहा कि राज्य सरकार 15 अगस्त तक इस योजना को लेकर अभियान के तिथि बढ़ाई है,सर्वर डाउन की समस्या ठीक होने पर पुनः आपके गांव में शिविर आयोजित कर आनलाइन आवेदन पत्र की एंट्री कराई जाएगी।
शिविर में धानरोपनी छोड़कर पहुंची सैकड़ों महिलाएं घंटों इंतजार करने के बाद आनलाइन आवेदन नही होने पर निराश होकर अपने घर लौटीं।
समाचार लिखे जाने तक लोहबंधा गांव के सेविका फरिदा खातुन ने बताया कि 140 लाभुकों का आवेदन पत्र का सत्यापन किया गया है परंतु सर्वर डाउन होने के कारण एक भी लाभुकों को आनलाइन आवेदन एंट्री नही हुई है।
मालूम हो कि झारखंड सरकार की महत्वकांक्षी योजना झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना महिला आत्मसम्मान को बढ़ावा देने के लिए सरकार का एक कारगर कदम है। इस योजना में 21 से 50 वर्ष की महिलाओं को रोजमर्रा को ध्यान में रखते हुए 1000 रुपए प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मौके पर शिविर के दौरान मुखिया पति शिवशंकर यादव,वीएलई कृष्णा कुमार पासवान, आंगनबाड़ी सेविका फरिदा खातुन, पंचायत सहायक मसउद आलम, डीलर मो.इरफान,व सफीर आलम,तैयब आलम, अब्दुल कयूम अंसारी, सत्येन्द्र यादव, सुरेन्द्र यादव, आलमगीर अंसारी आदि ने उक्त शिविर में पहुंचे सुदूर क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं को आवेदन पत्र को लेकर सहयोग कर रहे थे।