शारदीय नवरात्रि में नव कन्याओं को अंग वस्त्र देकर कराया गया भोजन
धुरकी प्रखंड के मिरचैया में आनन्द गिरि एवं शिक्षक वंशी राम ने मा दुर्गा के चरणों माथा टेकर आशीर्वाद लेने के बात शारदीय नवरात्रि में पिछले वर्ष कि भाती इस वर्ष भी कुंवारी कन्या के पूजन कराया गया बताया चले कि दुर्गा पुजा के महानवमी में कुंवारी कन्याओं को पूजन का खास महत्व। भारतीय संस्कृति में कुंवारी कन्याओं को मां दुर्गा का साक्षात स्वरूप माना जाता है। इसीलिए नवरात्रि व्रत कन्या पूजन के बिना पूरा नहीं माना जाता है मान्यताओं के अनुसार कन्या पूजन से मां बेहद प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं को पूर्ण कर देती है इतना ही नहीं देवी पुराण के अनुसार मां के अनुसार मा को हवन और दान से अधिक प्रसन्नता कन्या भोज से मिलती है। नवरात्रि में अष्टमी / नवमी के दिन कन्या पूजन की खास परंपरा है। लोग कन्याओं को ससम्मान बुलाकर खीर, पूरी, चना, चुनरी ,फल और नगद देकर कन्याओं का पूजन करते हैं।
