राष्ट्रीय चेतना और सादगी का सीख देता है भगवान बिरसा मुंडा का जीवन।

राष्ट्रीय चेतना और सादगी का सीख देता है भगवान बिरसा मुंडा का जीवन। स्थानीय जीएन कान्वेंट स्कूल(10+2) गढ़वा में झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताऐं की गई। बच्चों में दिखा हर्ष। सर्वप्रथम विद्यालय के निदेशक मदन केशरी, सचिव सुषमा केशरी तथा उपप्राचार्य बसंत ठाकुर द्वारा सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर एवं भगवान बिरसा मुंडा जी के छाया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। सभा का स्वागत भाषण नीरा शर्मा ने की जबकि झारखंड प्रदेश की गाथा विषय प्रवेश बीके ठाकुर द्वारा किया गया। अपने संबोधन में निदेशक सह शिक्षाविद मदन केशरी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा झारखंड के अमर वीर शहीदों एवं आंदोलनकारियों में अग्रणी थे।उनके संघर्ष एवं शहादत को चिरकाल तक याद किया जाता रहेगा। उन्होंने आदिवासियों का अंग्रेजों द्वारा किए जा रहे शोषण के खिलाफ लड़ते लड़ते अपने जीवन को बलिदान कर दिया।उसी का परिणाम है कि वे आज भी आदिवासियों के बीच भगवान का दर्जा पाया। बेशक वह आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी कृतियां उन्हें अमरत्व प्रदान करती है। बिरसा मुंडा इतने लोकप्रिय थे कि उनको सिर्फ झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में सम्मान के साथ याद किया जाता है। अपने Oकुशल संचालन एवं नेतृत्व के बल पर भूमिगत आंदोलन चलाकर अत्याचारी अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए इन्हीं उपलब्धियों के कारण उन्हें महान स्वतंत्रता सेनानी तथा झारखंड के मसीहा के रूप में याद किया जाता है। हमें उनके जीवन से राष्ट्रीय चेतना एवं सादगी का पाठ सीखना चाहिए। वैदिक काल में झारखंड का नाम पुण्ड रहा था। इसका प्रमाण वायु पुराण में वर्णित है जबकि महाभारत काल में इसे मुंडरिक या पशु भूमि के नाम के साथ जाना जाता था।
इस मौके पर स्कूली बच्चों के बीच निबंध लेखन प्रतियोगिता,जूनियर और सीनियर विंग में क्विज प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग,निबंध लेखन,स्पीच एक्टिविटी आदि कई कार्यक्रम किए गए। बच्चों के बीच झारखंड के अन्य महापुरुषों और आंदोलनकारियों के विषय में भी विशेष ज्ञान बोध कराया गया। वरिष्ठ शिक्षक संतोष प्रसाद ने बताया कि झारखंड वन संपदा, खनिज संपदा से भरा हुआ है यहां के मूल निवासी ही आदिवासी हैं जो सरल, सहज और सांस्कृतिक प्रेमी के साथ ही परिश्रमी भी हैं। आज उसी का प्रतिफल है कि हमारा राज्य अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर पहचान दिलाने में अग्रसर है। खेल के क्षेत्र में भी झारखंड की पहचान बनी है।
निबंध प्रतियोगिता में प्रथम मुस्कान कुमारी, द्वितीय अमृतेश राज और हिमांशु कुमार, जबकि आर्या पाण्डेय और अनुष्का कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त की वही जूनियर वर्ग के क्विज प्रतियोगिता में प्रथम शिवाजी हाउस, द्वितीय आजाद हाउस और तृतीय स्थान बॉस हाउस ने प्राप्त किया वहीं सीनियर वर्ग में प्रथम बॉस हाउस द्वितीय शिवाजी हाउस और तृतीय आजाद हाउस ने प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक संतोष प्रसाद,नीलम केशरी, सुनीता कुमारी,ज्योति तिवारी,सरिता दुबे, खुर्शीद आलम,मुकेशभारती, कृष्णा कुमार, पूजा प्रकाश, शिवानी कुमारी सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर ने किया। मंच संचालन नवम वर्ग का कृष्ण कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन संतोष प्रसाद ने किया।