पुलिस प्रशासन और बालु माफिया के गठजोड़ का परिणाम है चैनपुर एवं सिंगरा की घटना –रूचिर तिवारी

पुलिस प्रशासन और बालु माफिया के गठजोड़ का परिणाम है चैनपुर एवं सिंगरा की घटना –रूचिर तिवारी
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव सह राष्ट्रीय परिषद सदस्य रूचिर कुमार तिवारी ने शहर थाना क्षेत्र के चैनपुर , एवं ग्राम- सिंगरा में आए दोनों हो रही हत्या एवं खुनी संघर्ष से पलामू जिला में दहशत का माहौल है और यह हत्या बालू घाटों को लेकर वर्चस्व की लड़ाई में हुआ है चाहे वह चैनपुर का मामला हो चाहे वह ग्राम -सिंगरा का मामला हो। और इन सभी घटनाओं में पलामू पुलिस मुक दर्शक बनकर देख रही है यह विदित है कि पलामू पुलिस एवं बालू माफिया की संलिप्तता से ही शहर में अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है और आपसी वर्चस्व की लड़ाई में हत्या मर्डर की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है आए दिनों ट्रैक्टर से अवैध रूप से बालू का ढुलाई चालू है शहर के बालू घाटों का अभी तक टेंडर नहीं होना फिर भी शहरी क्षेत्र से दिन-रात ट्रैक्टर के द्वारा बालू का ढुलाई चालू है जिससे साफ नजर आता है कि शहर के बालू माफिया और पलामू पुलिस का आपसी गठ- जोड़ है और इसी बालु घाट के चलते वर्चस्व की लड़ाई में खूनी संग्राम लगातार हो रहा है। झारखंड की हेमंत सरकार ने फ्री बालू करने की घोषणा किया लेकिन वह जेल की हवा खा रहे हैं वहीं चंपई सोरेन के आने के बाद भी झारखंड के पलामू जिला में बालू की स्थिति ज्यों का त्यों बनी हुई है मजदूर वर्ग त्राहिमाम है और पढ़े-लिखे युवा बालू से व्यापार बंद होने के चलते अपराध की ओर कदम बढ़ा रहे हैं जिसका जिम्मेवार पलामू पुलिस भी है। पलामू उपायुक्त से हम मांग करते हैं कि अभिलंब शहरी क्षेत्र में घर बनाने के लिए बालू घाटों को फ्री किया जाए ताकि आम को आसानी से सस्ते दर पर बालू उपलब्ध हो सके।