पिरामल फाउंडेशन ने गांधी फेलोशिप और MDA कार्यक्रम की जानकारी दी
गढ़वा जिले के आईटीआई कॉलेज में आज बच्चों के बीच पिरामल फाउंडेशन के द्वारा गांधी फेलोशिप और MDA कार्यक्रम की जानकारी दी गई। पिरामल फाउंडेशन से प्रोग्राम लीड शिल्पा सिंह और गांधी फैलो पूजा ने फेलोशिप की जानकारी देते हुए बताया कि पिरामल फाउंडेशन 23 महीने की फेलोशिप कराती है। जिसमें 1000 की संख्या में हर साल फैलो आते हैं। जो कि भारत के 25 राज्यों और 2 केंद्र शासित राज्यों में पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर हर विभाग के साथ काम करके अनुभव प्राप्त करते हैं जो भविष्य में सहायक होता है। इसके साथ फेलोशिप में डी ब्रीफ फील्ड विजिट, कम्युनिटी इमर्सन, विपासना, बूट कैंप जैसे प्रोसेस कराए जाते हैं जिससे फैलो में 21 सेंचुरी की स्किल्स जैसे क्रिटिकल थिंकिंग, अनुकूलन क्षमता ( Adaptability), उद्यमशील मानसिकता (Entrepreneurial Mindset) जैसी स्किल्स को विकसित करने का मौका मिलता है। फेलोशिप के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जो भी ग्रेजुएट पास और 25 वर्ष की छात्र – छात्राएं आवेदन कर सकती हैं। फेलोशिप की ऑनलाइन वेबसाइट gandhifellowship.org है।
इसके साथ ही सर्वजन जन दवा सेवन कार्यक्रम (MDA 2025) को लेकर जागरूकता कार्यक्रम की भी चर्चा की गई। फाइलेरिया से बचाव का उपाय 1 वर्ष में एक बार फाइलेरिया का दावा सेवन करना ही है। फरवरी माह के 10 से 25 तारीख तक चलाए जाने वाले एमडीए कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सभी बच्चों को दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित किया गया। स्वयं के साथ अपने परिवार को इस दवा सेवन जरूर कराएं और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान जरूर दें योगदान जरूर देने की बात कही गई। दवा खाने के बाद कुछ उल्टी चक्कर बुखार जैसे लक्षण दिखाई दे तो घबराएं नहीं क्योंकि फाइलेरिया के लिए ये शुभ लक्षण है। इस लक्षण का अर्थ है कि आपके शरीर में फाइलेरिया के कीटाणु थे जो कि दवा खाने के बाद खत्म हो रहे हैं।
प्राचार्य प्रदीप विश्वकर्मा ने फेलोशिप कार्यक्रम की सराहना की और विद्यार्थियों को आवेदन करने के लिए प्रेरित भी किया। साथ ही फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग देने की बात कही और 10 फरवरी से 25 फरवरी के बीच कॉलेज में कैंप लगाने का अनुरोध भी किया।
इस दौरान प्राचार्य प्रदीप विश्वकर्मा, शिक्षक पूजा सिंह, नीतीश कुमार, गौतम कुमार के साथ साथ अन्य शिक्षक , 70 छात्र – छात्राएं और पिरामल टीम मौजूद रही।
