नहीं था कोई बेटा तो पिता को मुखाग्नि देने श्मशान पहुंची नाबालिक बेटी
नहीं था कोई बेटा तो पिता को मुखाग्नि देने श्मशान पहुंची नाबालिक बेटी,समाज में बदलाव की मिसाल
पिता के निधन पर नाबालिक बेटी ने बेटे का फर्ज निभाते हुए मुखाग्नि दी। यह दृश्य देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। इस बेटी ने न सिर्फ मुखाग्नि दी,बल्कि बेटा की तरह ही अर्थी को भी कंधा दिया। अर्थी के साथ घर से चलकर शमशान घाट पहुंचकर पिता की मुक्ति के लिए हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कराया। कुछ लोग इस दृश्य को देखकर फफक फफककर रो पड़े। मामला पलामू ज़िले के नीलाम्बर पिताम्बर पुर प्रखंड के कठौन्धा गाव का है। जहाँ कुराईनपतरा पंचायत के पूर्व उपमुखिया जय प्रकाश राम का आज निधन हो गया। परिजनों के अनुसार वे,अपने परिवार को भरण पोषण के लिए मजदूरी करने सिकन्दराबाद गये थे। जहां एक सप्ताह पूर्व कुछ विवाद को लेकर अपराधियों ने उनके साथ मारपीट कर मृत समझकर फेंक दिया था। वे किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले। जिसके बाद उनका इलाज मेदिनीनगर में चल रहा था और आज ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वे अपने पीछे पत्नी एवं तीन नाबालिक बेटियां छोड़ गये। उनका एक भी बेटा नहीं था। बड़ी बेटी सुहानी उर्फ परी जिनका उम्र लगभग 13 वर्ष दूसरी बेटी का उम्र 10 वर्ष से एवं तीसरी बेटी का उम्र 7 वर्ष है वहीं बड़ी बेटी सुहानी उर्फ पारी ने पिता को मुखांग्नि दी उस वक्त माहौल अत्यंत गमगीन हो गया। जय प्रकाश राम के निधन के बाद परिवार अकेला सा हो गया | वहीं इस घटना की खबर से गांव में मातम सा छा गया है |
वहीं इस पुरे मामले पे पंचायत के मुखिया पति बिरेंद्र कुमार ने कहा, “यह समाज के लिए एक मिसाल है और हमें गर्व है कि हमारे गांव ने यह कदम उठाया।”
