मुहर्रम की 7वीं तारीख, कर्बला में हुसेनियों का उमड़ा जनसैलाब

मुहर्रम की 7वीं तारीख ! कर्बला में हुसेनियों का उमड़ा जनसैलाब।
दुनियाभर में मुस्लिम समुदाय आज मुहर्रम के पावन महीने में शामिल हो रहे हैं, जिसमें इस् बसलामी इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना को याद किया जाता है। मुहर्रम का महीना इमाम हुसैन (रदिअल्लाहु अन्हु) और उनके साथियों के बलिदानी परंपरा को समर्पित है, जो कर्बला के मैदान में हुई थी।
मुहर्रम की 7वीं तारीख को लेकर आज जिलेभर के करबलों में हुसेनियों का जमावड़ा लगा हुआ है,इस दौरान करहरबारी पँचायत पँचगावां एंव सिकदारडीह कर्बला में भी हुसैन की याद में लोग श्रद्धा से नियाज फातिहा करवा रहे हैं,मौके पर मुखिया प्रतिनिधि मेहताब मिर्जा उर्फ डब्लू ने कहा कि सिकदारडीह कर्बला में सदियों से जिले भर से मुस्लिम समुदाय के लोग नियाज फातिहा करने आते है,बताया जाता है कि इस कर्बला में मांगी गई जायज मक़ासिद मिन्नत मुरादें पूरी होती है जिसके कारण यहां हजारों की संख्या में इमाम हुसैन के चाहने वाले एकत्रित होते हैं,तो वहीं आगे मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि मेहमानों की मेहमान नवाजी के लिए सभी तरह के माकूल इन्तिजाम नोजवानों के सहयोग से की गई है किसी भी कोई प्रकार की समस्या न हो उसके लिए खुद मुखिया प्रतिनिधि मेहताब मिर्जा ने कर्बला मैदान में पंचेतवासियों के साथ मोर्चा सम्भाले हुए हैं।
आपको बता दें कि मुहर्रम के इस महीने में मुस्लिम समुदाय अपने गहरे शोक का इज़हार करते हैं, वे मातम और जुलूसों के माध्यम से इमाम हुसैन और उनके बहादुर साथियों की सच्ची राहत मनाते हैं, जो अपने दिल की गहराइयों से उनकी अपार प्रेरणा हैं।
कर्बला का मैदान इस्लामी इतिहास में एक संदेश है, जो हमें याद दिलाता है कि इंसानियत, न्याय और सत्य के लिए लड़ाई अपनी ज़िन्दगी से कम नहीं होती है।
इस मुहर्रम के महीने में, हम सभी को इमाम हुसैन और उनके साथियों की साबित हुई प्रेरणा और शहादत को याद रखने का अनुरोध है।