मुड़मा जतरा को आज बैसाखी की जरूरत नहीं ,मुख्यमंत्री

मुड़मा जतरा को आज बैसाखी की जरूरत नहीं ,मुख्यमंत्री
मांडर। दो दिवसीय ऐतिहासिक मुड़मा जतरा का समापन धार्मिक विधि विधान के साथ संपन्न हुआ। शुभारंभ झारखंड के प्रथम मुख्य मंत्री बाबूलाल मरांडी ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया तथा समापन समारोह में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन उपस्थित हुए साथ में मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की भी उपस्थित हुए। सभी ने शक्ति स्थल पर जतरा खूटा पर पूजा अर्चना कर राज्य की सभी जनता के लिए स्वस्थ और समृद्धि की कामना किया। दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री को एक मांदर भी उपहार स्वरूप भेंट दिया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि मुड़मा जतरा काफी विकास कर चुका है। अब इसे किसी वैशाखी की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज इतनी प्राचीन है, फिर भी गरीब क्यों है,और इसके बावजूद भी ये खुश रहते हैं इसपर हमे गर्व है। विदेशों में भी अब इस राज्य की चर्चा होती है। राज्य में महिला हॉकी चैंपियनशिप चल रहा है जिसे पूरी दुनिया देख रही है। राज्य खनिज संपदाओं से भरा पड़ा है, फिर भी यहां के लोग गरीब है। इसका मुख्य कारण शिक्षा की कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए अच्छे स्कूलों की स्थापना की जा रही है। शिक्षकों की बहाली की जा रही है। बहुत जल्द सरकारी स्कूलों को निजी स्कूल से बेहतर बना लिया जायेगा। पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने अपने सम्बोधन में कहा कि जतरा खूंटा शक्ति स्थल हमारे लिए सुप्रीम कोर्ट के समान है। सरकार जनहित मुद्दों को दृढ़तापूर्वक लागू कर रही है। पेसा कानून पर भी मुख्यमंत्री अंतिम मोहर लगा कर ग्राम सभा को ताकत देने जा रही है। शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आदिवासी समाज काफी व्यवस्थित होते हैं। ये प्रकृति से जुड़े होते हैं। इनकी भावनाओं को समझने की जरुरत है। ये सामूहिक रूप से रहनेवाले समाज हैं। हम ना केवल इंसानों को बल्कि जानवरों को भी सम्मान देते हैं। जतरा में कृषि से संबंधित औजार, पारंपरिक बाजे,झूले, सर्कस, मौत का कुंआ, मछली जाल, कम्बल की दुकानें, मिठाई की दुकानें, सौंदर्य प्रसाधन की दुकानें, ईख की लम्बी कतारें लगी थीं। जतरा के सफल आयोजन में भागीदारी के लिए जतरा संचालन समिति के जगराम उरांव, अनिल उरांव, रंथू उरांव, कमले किस्पोट्टासहित समिति के सदस्य और स्वयंसेवक दिन रात जुटे हुए थे। संचालन समिति ने शान्ति व्यवस्था में सराहीय योगदान के लिए उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, वरीय आरक्षी अधीक्षक चन्दन सिन्हा, ग्रामीण एस पी मनीष टोप्पो, मांडर अंचलाधिकारी विजय हेमराज खलखो, बेड़ो डी एस पी माणिक रजत बाखला, मांडर थाना प्रभारी विनय यादव समेत अन्य को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया । स्वागत भाषण धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने और मंच संचालन रवि तिग्गा, शिव उरांव ने किया। मौके पर नेपाल के सांसद सूर्यदेव उरांव, सुकरा मुंडा, भाजपा नेता सन्नी टोप्पो, मो मुजीबुल्लाह, प्रमुख फिलीप सहाय, उप प्रमुख अमानत अंसारी, जतरू उरांव, मुखिया बंधना उरांव, डी डी सी परमेश्वर भगत, अमिताभ पाठक समेत सैकडों लोग मौजूद थे।