मनिका बीपीओ के खिलाफ लाभुकों ने मोर्चा खोला, बीपीओ पर भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
मनिका बीपीओ के खिलाफ लाभुकों ने मोर्चा खोला, बीपीओ पर भ्रष्टाचार का लगाया आरोप।
लाभुकों से मनिका बीपीओ ने कहा, और दो पैसा नहीं तो पास नहीं होगा योजना
लाभुक पहुंचे उपायुक्त से मिलने,ज्ञापन सौंप की कार्रवाई की मांग
मनिका – लातेहार एक तरफ जहां राज्य सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात करती है। वहीं दूसरी तरफ लातेहार जिले के मनिका प्रखंड मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार को लेकर लाभुकों ने बीपीओ संतोष कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है बीपीओ संतोष कुमार इसे धत्ता बताते हुए पहले तो डोभा के नाम पर 22 हजार रूपये ले लेते है और फिर जब लाभुक योजना चालू करवाने की बात करते हैं तो उनके द्वारा लाभुकों को कह दिया जाता है कि पांच हजार और देना होगा, जब तक पांच हजार रूपये नहीं देगा योजना का लाभ नहीं मिलेगा, जिसके बाद जान्हो पंचायत के लाभुक ओमप्रकाश यादव, सुनील यादव जैसे लाभुक ने बताया कि जान्हों पंचायत में 56 योजना स्वीकृत की गई है और 26 योजनाओं पर कार्य भी शुरू हो गया है जिन लोगों के पूरा पैसा बीपीओ को दिया गया उनका कार्य शुरू कर दिया गया लाभुकों का कहना है कि मनिका प्रखंड में मनरेगा योजना भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है इसकी जानकारी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत जिले के अधिकारी को भी है लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही लाभुकों का कहना है कि बिना रुपए दिए कोई काम नहीं हो रहा है आगे लाभुकों ने आरोप लगाया कि बीपीओ द्वारा लाभुको को बेवजह परेशान किया जाता है हम गरीब लोग कहीं से कर्जा लेकर योजना लेने के लिए बीपीओ को 22 हजार रुपए दिए परंतु योजना एंट्री करने के बाद हम लोगों से 5 हजार रुपए की मांग और की जा रही है नहीं देने पर बीपीओ संतोष कुमार के द्वारा योजना नहीं चालू की जाएगी हमलोगों को योजना का लाभ नहीं दिया गया। जिसके बाद ये सभी लाभुक लातेहार पहुंच उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंप न्याय की गुहार लगाई है। लाभुकों ने ज्ञापन के माध्यम से उपायुक्त से मांग की है कि मनिका बीपीओ पर जांच कर कार्रवाई की जाए, ताकि हम सभी लाभुकों को न्याय मिल सके।
हालांकि जब इस मामले को लेकर मनिका प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप कुमार से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर योजना दिलाने का नाम पर पैसा लिया गया है तो यह गलत है भ्रष्टाचार को प्रखंड में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा मामला मेरे संज्ञान में आने पर जांच की जाएगी जांचोप्रांत मामला यदि सही पाया जाता है तो उन पर सख्त करवाई की जाएगी
