मगध परियोजना में ऑनलाइन हथकरघा बुनाई एवं एप्लिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ उद्घाटन

मगध परियोजना में ऑनलाइन हथकरघा बुनाई एवं एप्लिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ उद्घाटन
सीसीएल के मगध-संघमित्रा क्षेत्र के सीएसआर और झारक्राफ्ट की पहल के तहत मगध परियोजना के अन्तर्गत आरा में स्तिथ पीट कार्यालय में ऑनलाइन हथकरघा बुनाई और एप्लिक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया। जिसका उद्घाटन सीसीएल के निदेशक(कार्मिक) हर्ष नाथ मिश्रा ने किया। इस अवसर पर हर्ष नाथ मिश्रा ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए मगध परियोजना के प्रबंधन को बधाई देते हुए समारोहपूर्वक सभा को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि हथकरघा मशीन का उपयोग सूती साड़ी और कपड़े बनाने के लिए किया जाता है, क्योंकि महिलाएं मुख्य रूप से हथकरघा बुनाई में शामिल होती है। इस शिल्प को बढ़ावा देने से सीधे महिलाओं के रोजगार का लाभ होगा। यह महिलाओं को तौलिया, बेडशीट, साड़ी आदि बनाने के लिए सूती धागा बुनने का प्रशिक्षण देगा। इससे ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के लिए रोजगार पैदा होगा। उद्घाटन समारोह में उपस्थित महाप्रबंधक नृपेंद्र नाथ ने सभी के साथ संक्षिप्त बातचीत करते हुए सभी का स्वागत किया और उनकी सफल भागीदारी के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं से गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने और सरकारी कार्यक्रमों का लाभ उठाने का आग्रह किया। झारक्राफ्ट की तरफ से डी.जी.एम. अश्विनी सहाय एवं उनकी टीम ने हथकरघा एवं एप्लिक मशीन से प्रशिक्षण के चरणो को दर्शाया और बताया कि 25 लाख की लागत से शुरू हुआ ये प्रोजेक्ट मे हथकरघा प्रशिक्षण 14 लाख एवं एप्लिक 11 लाख का है। आज के उद्घाटन समारोह के बाद हथकरघा बुनाई और एप्लिक प्रशिक्षण के लिए ग्राम आरा, चमातु, ओझा टोला, देवलगद्दा एवं मासिलोंग से कुल 50 महिलाएं का चयन हुआ जिसमे 20 महिलाएं हथकरघा बुनाई एवं 30 महिलाएं एप्लिक प्रशिक्षण के लिए चयनित हुई। सभी चयनित महिलाएं मगध परियोजना अंतर्गत ग्राम आरा में स्तिथ पीट कार्यालय में कल से तीन महीने का प्रशिक्षण करेंगी। इस अवसर विशेष पर मगध-संघमित्रा क्षेत्र के महाप्रबंधक नृपेंद्र नाथ, मगध परियोजना पदाधिकारी एस. सत्यानारायणा, सीएसआर के नोडल अधिकारी दिग्विजय कुमार सहित परियोजना के वरिष्ठ अधिकारीगण, जंप्रतिनिधिगण, कर्मचारीगण एवं महिलाएं उपस्थित थें। उद्घाटन के समारोह का संचालन कार्मिक विभाग के अधिकारी अभिषेक आनंद ने किया। सीएसआर के नोडल अधिकारी दिग्विजय कुमार, झारक्राफ्ट टीम के सदस्यों और अन्य लोगो ने आयोजन कि सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।