मेराल गांव के पुरोहित शंभू नाथ पाठक का निधन, लोगों ने शोक व्यक्त किया

मेराल गांव के पुरोहित शंभू नाथ पाठक का निधन, लोगों ने शोक व्यक्त किया
रांची के सेवा सदन में ली अंतिम सांस
मेराल प्रखंड मुख्यालय के पुरबारा टोला निवासी प्रसिद्ध विद्वान पंडित व हाई स्कूल धुरकी के संस्कृत शिक्षक दिनेश पाठक के पिताजी और दो पंचायत का बड़ा गांव मेराल में वर्षों तक अकेले पुरोहित पंडित रहे 94 वर्षीय शंभू नाथ पाठक नहीं रहे। शनिवार की प्रातः 4:00 बजे रांची के सेवा सदन में उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि शंभू नाथ पाठक एक विद्वान पंडित थे। उन्होंने बाल्य काल से ही मेराल जैसा बड़ा गांव का वर्षों तक अकेले पुरोहित पंडित रहे।
दो दशक पूर्व तक वे मेराल के जिस भी टोला मुहल्ला से गुजरते उन्हें लोगों को आशीर्वाद देने में ही ज्यादा समय बीत जाता था। वे एक ऐसे विद्वान पंडित थे जिनके ऊपर मेराल गांव के सभी घरों तथा सार्वजनिक देवस्थानों और मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन करने की जिम्मेवारी होती थी। 1990 के दशक में उन्हीं की प्रेरणा से थाना परिसर में तत्कालीन बीडीओ राजदेव सिंह के द्वारा शिव मंदिर का निर्माण कराया गया था।
तब से लेकर दो महीना पूर्व तक उनकी आस्था शिव मंदिर से जुड़ी रही, वे यहां प्रत्येक पूर्णिमा के अवसर पर हवन पूजन तथा सत्यनारायण भगवान की कथा किया करते थे। दिनेश पाठक के अनुसार दोपहर 1:00 तक उनका पार्थिव शरीर मेराल के पूर्वारा टोला स्थित आवास पर लाया गया।उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव के श्मशान घाट पर किया गया । उनके निधन पर मेराल सहित आसपास के गांव के लोगों ने भी दुख जताते हुए संवेदना व्यक्त की है शोक व्यक्त करने वालों में पत्रकार बलराम शर्मा बृजेश मिश्रा , विधायक प्रतिनिधि डॉक्टर लालमोहन संजय भगत रमाकांत प्रसाद महेंद्र प्रसाद, मनोज जायसवाल नवीन जायसवाल कृष्ण प्रसाद कुशवाहा आदि लोगों ने संवेदना व्यक्त किया।