किसान आंदोलन, सीओ और आंदोलनकारी अन्नदाता किसानों के बीच वार्ता के बाद दुसरा दिन जमीन समाधि सत्याग्रह समाप्त

किसान आंदोलन, सीओ और आंदोलनकारी अन्नदाता किसानों के बीच वार्ता के बाद दुसरा दिन जमीन समाधि सत्याग्रह समाप्त

हमारी मांगे पुरी नहीं हुई तो पुनः होगा आंदोलन : अयुब खान

बिजली पानी सड़क आदि को लेकर किसान कर रहे थे जमीन समाधि सत्याग्रह

चंदवा। सांसद आदर्श ग्राम चटुआग के अन्नदाता किसानों का चल रहे जमीन समाधि सत्याग्रह दुसरे दिन मंगलवार को अंचलाधिकारी जय शंकर पाठक और आंदोलन कारी किसानों के बीच हुई वार्ता के बाद जमीन समाधि सत्याग्रह समाप्त हो गया।
दुसरे दिन मंगलवार को भी किसानों ने दस बजे से खुले आसमान के निचे धूप में भूखे प्यासे दो फीट हे अधिक गड्डे के नीचे बैठकर और कब्र में लेटकर किसान जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन पर बैठ गए थे, इसके पश्चात सत्याग्रह स्थल पर करीब दो बजे के आस पास अंचलाधिकारी जय शंकर पाठक, अंचल निरीक्षक महेश सिंह सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे, किसानों से वार्ता की उन्होंने किसानों को समस्या समाधान कराने का आश्वासन देकर उनसे आंदोलन खत्म करने का आग्रह किया, सीओ ने आश्वासन दिया कि बिजली को लेकर विभाग से बात हुई इस समस्या का निदान जल्द ही करा दी जाएगी, वन पट्टा का जो आवेदन अंचल में पड़ा है उसे जिला स्तर के अधिकारियों तक भेज दिया जाएगा, पानी समस्या का समाधान कर दी जाएगी, सड़क आदि समस्याओं के लिए पत्र अग्रसारित की जाएगी, आपके के मांगों पर उपायुक्त महोदय ने भी संज्ञान लिया है, इस आश्वासन के बाद आंदोलन कारीयों ने सत्याग्रह खत्म कर उपायुक्त महोदय के पदनाम ज्ञापन सीओ को सौंपा।
सत्याग्रह की अगुवाई कर रहे माकपा नेता सह पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने कहा कि सांसद आदर्श ग्राम के विभिन्न टोलों में आवागमन के लायक सड़क नहीं है, बिजली अपने जुगाड़ के सहारे ग्रामीण जला रहे हैं, पानी समस्या से भी गांववासी जूझ रहे हैं, कई टोले ऐसे हैं जहां मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने में एम्बुलेंस नहीं आता, बिमार को अस्पताल ले जाने के लिए आज भी किसान खटिया डोली का सहारा लेते हैं, अन्नदाता किसानों को बदहाली के कगार पर ही छोड़ दिया गया है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है, सर्वे में हुई त्रुटि में सुधार नहीं हो रहा है, सांसद आदर्श पंचायत में भी लोग मुलभूत सुविधाओं से तरस रहे हैं।
पंचायत समिति सदस्य अयुब खान और किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो एक माह के बाद पुनः किसान आंदोलन छेड़ा जाएगा
सौंपे गए ज्ञापन में विभिन्न टोलों में बिजली का पॉल तार लगाने, पीसीसी पथ, मिट्टी मोरम रोड का निर्माण करने, नल-जल योजना के तहत टंकी लगाने, खराब पड़े सभी नलजल टंकी को दुरुस्त करने, किसानों को वन पट्टा देने, हाल सर्वे में सुधार कर आफ लाईन रसीद को आउनलाईन करने, पुल पुलिया का निर्माण करने समेत 42 सुत्री मांग शामिल है।
आंदोलन में माकपा नेता सह पंचायत समिति सदस्य अयुब खान, मुखिया नरेश भगत, सनिका मुंडा, जीदन टोपनो, अन्धरियस तोपनो सावन हेरेंज, मुन्ना मुन्डा, दाउंद होरो, बेने तोपनो, माईकल हंश,
स्टेफन टोपनो, सिमोन भेंगरा, नेमा परहिया, धुमा भेंगरा, अजीत लेवना, अनिल मुंडा, सुरेश गंझु, बुधराम बारला, गंगाराम मुंडा, महतारी तोपनो, सोनामती देवी, सोमारी नगेसिया, पौलुस तोपनों, शक्ति देवी, विफय भेगरा, पुनम देवी, सरहुला गंझु, दीपक सुरीन, अभिराम बारला, नमन भैगरा, जोन भेंगरा, बुडन गझु,
विजय बारला, बिनिता देवी,
जोहन टोपनो, रामबृक्ष गंझु, दिलवा गंझु, फूलो भेगरा, मीना देवी, मुनीरा देवी, लेचा गंझु, गब्रेल मुंडा, बुधराम बारला, बोने मुंडा, बैला मुंडा, माईकल हंश, लेचा गंझु, दिलू गंझु, नेमा परहैया, जीवन सांगा, अमृत सांगा, महादेव मुंडा, अंधरियस टोपनो, अनिल मुंडा, सावन हेरेंज, जोहन टोपनो, बेने टोपनो, परमेश्वर गंझु, बराई भेंगरा, सीमोन भेंगरा, जागो गंझु, बुधराम बारला, रामबृछ गंझु, अंजू देवी, शींता परहीन, सनिचरावा परहैया, किसमतिया देवी, शांति देवी, करमी देवी, मीना देवी, पूनम देवी, मरसा मुड़ाईन, सोहराई नगेशिया, सुरेश गंझु, फगुनी भेंगरा, जगवा गंझु, धोंधा गंझु, छोटी हेरेंज, किरन हेरेंज, अनिल हेरेंज, पिंटु गंझु, छूमा भेंगरा, विजय बारला , दौलू टोपनो, पौलू टोपनो, जोधन टोपनो, विजय भेंगरा, बुधराम टोपनो, संजय होरो, अमीत भेगरा, ललुवा गंझु, दीपक सुरीन, नुवस तिर्की, मुक्ता टोपनो, चमरी देवी, वीनिता कोंगाड़ी, नेमा भगत समेत सैंकड़ों की संख्या में अन्नदाता महिला पुरुष किसान शामिल थे।