गिरिडीह में धूमधाम से मनाया गया गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश पर्व
गिरिडीह में धूमधाम से मनाया गया गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश पर्व
गिरिडीह। सिख समुदाय के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश पर्व रविवार को स्टेशन रोड स्थित प्रधान गुरुद्वारा में पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा परिसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएँ, पुरुष और बच्चे शामिल हुए।
इस मौके पर बीते 48 घंटे से जारी अखंड पाठ का समापन किया गया। समापन अवसर पर अंबाला से आए रागी जत्था भाई सतनाम सिंह और उनकी टीम ने श्रद्धालुओं को भक्ति-मय वातावरण में डुबोते हुए कई शबद-कीर्तन प्रस्तुत किए।
गुरुद्वारा के प्रधान सेवक गुणवंत सिंह मोंगिया ने कहा कि प्रकाश पर्व पूरे देश में उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब केवल सिख समाज के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे मानव समाज के लिए जीवन का मार्गदर्शन देने वाला है। उन्होंने यह भी बताया कि गुरु अर्जन देव जी ने इसका संकलन किया था और गुरु गोबिंद सिंह जी ने इसे अंतिम गुरु घोषित किया था। करीब 1,430 पन्नों वाले इस ग्रंथ में 5,894 से अधिक शबद गुरुमुखी लिपि में दर्ज हैं, जो उत्तम जीवन मूल्यों का मार्ग दिखाते हैं।
कार्यक्रम के उपरांत गुरुद्वारा में लंगर का आयोजन भी किया गया, जिसमें सिख समाज के साथ-साथ अन्य समुदायों के लोगों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और भाईचारे का परिचय दिया।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान सेवक अमरजीत सिंह सलूजा, सतविंदर सिंह सलूजा, हरेंद्र सिंह मोंगिया, चरणजीत सिंह सलूजा, भूपेंद सिंह दुआ, गुरदीप सिंह बग्गा, राजेंद्र सिंह बग्गा, नरेंद्र सिंह, सरबजीत सिंह, ऋषि चावला, अजिंद्र सिंह चावला, शैंकी टुटेजा सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सिखों के साथ अन्य धर्म समुदायों की भागीदारी ने सामाजिक सौहार्द और आपसी एकता का शुभ संदेश दिया।

